जबलपुरमध्य प्रदेश

जबलपुर डीईओ ऑफिस में अतिथि शिक्षक फर्जीवाड़ा: आरटीआई में खुलासा, फाइल दबाकर बैठे अफसर

जबलपुर, यशभारत। जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर एक बार फिर फर्जीवाड़े को लेकर सुर्खियों में है। अतिथि शिक्षक भर्ती में डीईओ कार्यालय से लंबेस्तर से फर्जीवाड़ा किया गया है और इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब एक आरटीआई कार्यकर्ता को जानकारी दी गई। हालांकि मामले की जांच कराई गई, पर क्या कार्रवाई की गई इसकी जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता को नहीं दी गई।

शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय पनागर में फर्जी अतिथि शिक्षकों की जाँच का मामला अभी भी पूरा नहीं हुआ है। भोपाल के अधिकारियों द्वारा अक्टूबर 2020 को जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर को पत्र के माध्यम से जाँच के आदेश दिए। तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा एन के चौकसे, प्राचार्य, रानी दुर्गावती स्कूल गढ़ा जबलपुर को जाँच अधिकारी नियुक्त किया। श्री चौकसे द्वारा 1 माह के अंदर जाँच पूर्ण कर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को फाइल सौंप दी गई लेकिन कार्यालय द्वारा जाँच फाइल दबा दी गई और भोपाल नहीं भेजी गई। जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि फाइल जून माह के पहले सप्ताह में भेजी गई है।

जाँच में क्या सामने आया इसका उत्तर इतने महीनों तक कौन फाइल को दबाकर बैठा रहा? किसके द्वारा फाइल दबाकर रखी गई? फर्जी अतिथि शिक्षकों के नाम क्या हैं? फाइल को दबाकर रखने के पीछे क्या वजह थी ? किसको बचाने की कोशिश की जा रही? क्या सच में उत्कृष्ठ विद्यालय पनागर में भ्रष्टाचार, फजीर्वाड़ा और वित्तीय अनियमितता हुई है ? इन सभी प्रश्नों का उत्तर जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर ही दे सकते हैं।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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