जबलपुरमध्य प्रदेश

कान्हा में छटवां पक्षी सर्वेक्षण: 379 प्रजाति के पक्षी पाये गए 11 राज्यों से आए 74 पक्षी विशेषज्ञों ने किया सर्वेक्षण

मंडला, यश भारत l कान्हा नेशनल पार्क में वाइल्ड लाइफ एंड नेचर कंजर्वेसी सोसायटी इंदौर के सहयोग से चार दिवसीय छटयां पक्षी सर्वेक्षण और गिद्ध गणना की गई। इससे कान्हा में स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों की जानकारी एकत्र की गई। चार दिनों तक चले इस सर्वे में देश के 11 राज्यों से 74 पक्षी विशेषज्ञों ने पार्क क्षेत्र में पक्षियों की प्रजातियां चिन्हित की हैं।

 

इस वर्ष पक्षी सर्वेक्षण के दौरान प्रतिभागियों को कान्हाव में चार नए प्रजातियों के पक्षी भी देखने को मिले हैं। इस वर्ष व्हाईट थ्रोटेड पेंटिल, स्केली रोड, येलो बिटर्न स्ट्रेटी एंटेड स्लो पक्षी शामिल हैं। बता दें कि विगत वर्ष हुए पक्षी सर्वेक्षण में कान्हाक पार्क में पक्षियों की लगभग 375 प्रजाति के पक्षी प्रतिभागियों ने देखे थे, वहीं इस वर्ष के छटवें सर्वेक्षण में चार नए प्रजाति के पक्षी कान्हा में देखे गए है। इस वर्ष के सर्वेक्षण की रिपोर्ट प्रतिभागियों द्वारा जमा की गई है। जिसकी रिपोर्ट सभी प्रतिभागियों की रिपोर्ट से मिलान के बाद जारी की जाएगी।

 

 

बताया गया कि कान्हाि टायगर रिजर्व के अलग-अलग बीटों में लाइन ट्रांजेक्ट विधि से सर्वेक्षण किया गया है जिसकी जानकारी ई वर्ड एप में संग्रहित की गई जिससे सर्वेक्षण से विभाग को पक्षियों के आकड़ों को एकत्रित करने में सहायता मिलेगी और निष्कर्ष के अनुसार पक्षियों के संरक्षण के लिए योजना तैयार की जाएगी।

 

 

पक्षी सर्वेक्षण में पिछले बार हुए सर्वेक्षणों के मुकाबले जहां 04 नई प्रजाति के पक्षी देखे गए। वहीं गिद्ध गणना में पार्क क्षेत्र में गिद्धों की संख्या में वृद्धि देखी गई। तीन दिवसीय गिद्ध गणना में कान्हा पार्क क्षेत्र में 185 गिद्ध देखे गए हैं, जो विगत तीन वर्ष पूर्व हुए गणना के मुताबिक उल्लेखनीय है।

 

 

 

कान्हा के सहायक संचालक ने बताया कि 15 फरवरी से पार्क में छटवां पक्षी सर्वेक्षण प्रारंभ हुआ था। इंदौर की संस्था वाईल्ड लाईफ एंड नेचर के सहयोग से आयोजित इस सर्वेक्षण में 11 राज्यों से आए 74 पक्षी विशेषज्ञों ने भाग लिया। इन्हें पार्क के सभी 13 रेंज में भेजा गया। पिछली बार हुए पक्षी सर्वेक्षण में 375 प्रजाति के पक्षी देखे गए थे जबकि इस बार 4 नई प्रजाति सहित कुल 379 प्रजाति के पक्षी देखे गए हैं।

 

 

इसके साथ ही प्रदेश व्यापी गिद्ध गणना के विषय में सहायक संचालक ने बताया कि पार्क के क्षेत्र कान्हा किसली मुक्की और सरड़ी में गिद्ध देखे गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा गिद्ध सरडी क्षेत्र में देखे गए हैं। कान्डा पार्क के 33 आवास स्थलों में मुख्यतः 4 प्रजाति के गिद्ध मिले हैं। उन्होंने बताया कि विगत तीन वर्ष पहले 2021 में हुए सर्वेक्षण में गिद्धों की संख्या 98 थी, जो इस वर्ष सर्वेक्षण में बढ़कर 185 हो गई है।

पक्षी सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की गणना करना है। इस तरह के सर्वेक्षण से पक्षियों के बारे में अधिक जानकारी सहित उनके प्राकृतिक आवास, व्यवहार में कोई बदलाव आदि का अध्ययन करना है। इस तरह के सर्वेक्षण से विभाग को पक्षियों के आकड़ों को एकत्रित करने में सहायता मिलती है और निष्कर्ष के अनुसार पक्षियों के संरक्षण के लिए योजना तैयार की जा सकेगी।

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