एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के हक की लड़ाई निरंतर जारी रहेगी: गौरीशंकर बिसेन
मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने पत्रकारों से की चर्चा
जबलपुर,यशभारत। विधानसभा में कांग्रेस बार-बार यह मुद्दा उठा रही है कि एससी, एसटी, और ओबीसी वर्ग का आरक्षण क्यों नहीं बढ़ रहा है। मैं उन्हें बताना चाहता हंू कि पूरे देश में 48 प्रतिशत और मप्र राज्य में 35 प्रतिशत आरक्षण इस वर्ग को मिला है। मप्र में 28 सांसद भाजपा के ही हैं। एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग के मतदाताओं के हक की लड़ाई निरंतर जारी रहेगी। इस वर्ग के मतदाताओं के कल्याण और भारत सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने के उद्देश्य से बहुत जल्द ही राष्ट्रीय स्तर की
एक-दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन छिंदवाड़ा, जबलपुर या भोपाल में से किसी भी एक स्थान पर किया जाएगा। जिसमें सभी पार्टी के एससी-एसटी, ओबीसी वर्ग के मुख्यमंत्री और मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के सांसदों को आमंत्रित किया जाएगा। संगोष्ठी में में ओबीसी कमीशन के चेयर पर्सन, मेंबर्स को बुलाया जाएगा जिसे होस्ट मप्र आयोग करेगा। शैक्षणिक, सेवाओं के विषय पर आधारित संगोष्ठी के माध्यम से हम भारत सरकार तक ओबीसी वर्ग की समस्याओं और अपनी मांगों को पहुंचाएंगे। यह बात रविवार को सर्किट हाउस नंबर 1 में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कही। इस दौरान श्री बिसेन ने कहा कि जबलपुर में एससी, एसटी, ओबीसी के मतदाताओं का आंकड़ा 50 प्रतिशत रहा है।
एससी, एसटी के सबसे अधिक वोटर बालाघाट में
मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि सबसे ज्यादा एससी, एसटी, ओबीसी मतदाता बालाघाट में है जहां का प्रतिशत 68.90 है। वहीं सिवनी में यह आंकड़ा 68 प्रतिशत और छिंदवाड़ा में 44.60 प्रतिशत है।
शहर को मिली 37 हजार करोड़ रुपए की मिली रिंग रोड
शहर विकास के सवाल पर गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि मैं जब जबलपुर का प्रभारी मंत्री रहा तो शहर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में 37 हजार करोड़ रुपए की रिंग रोड सौगात के रूप में मिली है। आगामी विधानसभा चुनाव में खड़े होने की बात पर श्री बिसेन ने कहा कि बालाघाट के वार्ड नंबर 111 और 112 को छोड़कर पार्टी जहंा से मुझे कहेगी वहीं से मैं चुनाव लडूंगा।
जनता जान चुकी है कांग्रेसियों को..
कांग्रेस ने भावी सीएम के रूप में कमलनाथ का नाम प्रस्तावित किया है। इस संबंध में जब पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन से पूछा गया तो उन्होनें कहा कि राहुल गांधी ने कितने वादे किए, क्या विकास कार्य किए, इसे देश की साढ़े 8 करोड़ जनता जान चुकी है। वहीं कांग्रेस के कमलनाथ के कार्यकाल के समय भी उनके खुद के कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं।