एमपी 12वीं बोर्ड परीक्षा भी रद्द:CBSE के बाद शिवराज सरकार का फैसला
जबलपुर, यशभरत। केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा कैंसिल होने के बाद अब मध्य प्रदेश में 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ शिक्षा मंत्री इंदर सिंह चौहान की बैठक के बाद आज यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बच्चों पर परीक्षा का मानसिक बोझ डालना उचित नहीं है। मध्य प्रदेश में एमपी बोर्ड 10 वीं की परीक्षा पहले ही रद्द कर दी गई थी जबकि 12वीं की परीक्षा की तिथि घोषित करने को लेकर जल्द ही निर्णय होने वाला था। इसी बीच केंद्र द्वारा सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद अब मप्र बोर्ड भी परीक्षा को रद्द किया गया है।
पहले परीक्षा कराने सहमत थी सरकार
केंद्र सरकार ने 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए दो विकल्पों पर राय मांगी थी। इसके लिए केंद्र ने दो विकल्प दिए थे। पहला- मुख्य विषयों की परीक्षा ले ली जाए। यह पेपर 3 घंटे का होगा। इन विषयों में मिले अंक और शेष विषयों के छह माही परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर रिजल्ट घोषित किया जाए। दूसरा- सभी विषयों के पेपर हों जो डेढ़-डेढ़ घंटे के होंगे। मप्र सरकार पहले विकल्प पर जाने की तैयारी कर ली थी। यानी मुख्य विषयों की परीक्षा पर सहमत थी।
स्कूल से एग्जाम तक टोटल रीकॉल
– नंवबर 2020 में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल को सशर्त खुलवाया गया था। – स्टूडेंट्स को हफ्ते में एक दो दिन के लिए अभिभावकों की मंजूरी के साथ स्कूल आने की इजाजत दी गई थी। – मार्च में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों को देखते हुए अचानक फैसला कर इन्हें भी बंद कराना पड़ा था। – कक्षा पहली से आठवीं तक के स्कूल खुलने को लेकर शिक्षा मंत्री ने 10 मार्च 2021 को आदेश दिए थे कि 1अप्रैल 2021 से स्कूल खोले जाएंगे। – 2 जून को एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया।