चुनावी चकल्लस: – यह भी गजब प्रचार है
प्रचार की आखिरी दिन एक गजब नजारा देखने को मिला। जब एक राजनीतिक पार्टी का झंडा लेकर कुछ युवा विधानसभा क्षेत्र में घूम रहे थे और नेता के पक्ष में नारे लगा रहे थे। अब आप सोचेंगे इसमें नया क्या है ? नया यह है कि जिस पार्टी के झंडे लिए हुए थे और जिस नेता के समर्थन में नारे लगा रहे थे। उन्होंने ही इन्हें अपना समर्थक मानने से इंकार कर दिया और तो और इसको विरोधी पार्टी की साजिश करार दिया।
अब हम पर भरोसा नहीं तो क्या करें
आज आखिरी दिन है कल मतदान है लेकिन भरोसा है कि होता ही नहीं। शहर की सर्वाधिक विवादित रही विधानसभा सीट पर एक नेताजी का दर्द बार-बार छलक रहा है उनकी माने तो वह पूरी शिद्दत से पार्टी के प्रत्याशी का काम कर रहे हैं लेकिन प्रत्याशी को आखिरी दौर में भी उन पर भरोसा नहीं है। शक भरी निगाहों से उन्हें देखा जाता है और गोपनीय बैठकों से भी दूर रखा जा रहा है।