जबलपुर रेलवे स्टेशन पर दो महिलाओं को झोंटा पकड़ युद्व… देखे… वीडियो.. अवैध महिला वेंडर के कारण उपजा विवाद
प्लेटफार्म नंबर 4 -5 का मामला . वीडियो हुआ वायरल
जबलपुर यशभारत।
मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4 व 5 में एक महिला रेल यात्री से अवैध महिला वेंडर न केवल उसके साथ बदतमीजी की बल्कि महिला रेल यात्री के बाल पकड़ कर उसके साथ गाली गलौज करती रही। और दोनों महिलाओं के बीच जमकर झोटापकड़ हुई। दोनों के विवाद को देखने के लिए लोगों का हुजूम लग गया। काफी देर तक चले इस विवाद का मौजूद लोगों द्वारा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वायरल हुई वीडियो में साफ तौर पर यह दिखाई दे रहा है कि एक ककड़ी बेचने वाली अवैध वेंडर द्वारा किस तरह से महिला यात्री से किस प्रकार अभद्रतापूर्ण व्यवहार कर रही।
इस संबंध में रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्लेटफार्म नंबर 4 व 5 में पाटलिपुत्र एक्सप्रेस पहुंची हुई थी इसी दौरान एक अवैध महिला वेंडर के आदमी ने एक महिला रेल यात्री का पलक झपकते मोबाइल पार कर दिया। जिसको महिला ने देख लिया था जब उक्त महिला यात्री ने अपना मोबाइल उससे मांगा तो मौके पर उपस्थित अवैध महिला वेंडर की यात्री महिला से काफी देर तक इस बात को लेकर तू तू मैं मैं होती रही और बाद में दोनों एक दूसरे के झौटा पकड़ कर आपस में भिड़ गईं। रेलवे सूत्रों के मुताबिक इस मामले की जानकारी आरपीएफ और जीआरपी को लगते ही वह मौके पर पहुंची और दोनों महिलाओं को अलग-अलग कराया गया। वीडियो में अवैध महिला वेंडर का आदमी रेल यात्री से धक्का मुक्की करते हुए दिख रहा है। बाद में इन सभी को पकड़ कर आरपीएफ पोस्ट लाया गया और महिला का मोबाइल वापस कराते हुए दोनों को समझाइए देकर छोड़ दिया गया। उल्लेखनीय की स्टेशन एवं ट्रेनों में महिला अवैध वैडरो की फौज चल रही। यह महिला अवैध वेंडर स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरे की नजर से हट कर ककड़ी बेचतीं हैं जिससे कि वह इस कैमरे में कैद न हो पाये। बता दें की इन महिला अवैध वेंडरों से आरपीएफ वी जीआरपी के कुछ कर्मीयों की मिली भगत चलने से इनका यह ककड़ी बेचने का अवैध व्यापार काफी फल फूल रहा है। जानकारी के मुताबिक महिला सिंगरौली की रहने वाली है वह जबलपुर दावा करने आई हुई थी जिसका स्टेशन में अवैध महिला वेंडर से विवाद हो गया।
पूर्व में भी हो चुकी हैं घटनाएं
मुख्य रेलवे स्टेशन महिला अवैध वेंडरों का झोंटा पकड़ का कोई यह पहला मामला नहीं हैं। इसके पूर्व अनेकों बार महिला अवैध वेंडरों की उठापटक भी हो चुकी है बावजूद इसके रोकथाम के लिए संबंधितों की करवाई ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है।