ट्रिपल मर्डर : चाचा ने ही की दो मासूम भतीजियो और उनकी मां की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा
खुलासा: सट्टा के शौक और कर्ज ने बना दिया अपनों का ही हत्यारा
यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ संभागीय मुख्यालय सागर में हुए सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इसमें मृतक वंदना का देवर प्रवेश पटेल ही हत्या का मुख्य आरोपी निकला है। पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी प्रवेश को आनलाईन सट्टा के शौक ने कर्जदार बना दिया था। जिसे लेकर भाभी और परिजन उसे ताना भी देते थे। इसी से तंग आकर उसने अपनी भाभी और दो मासूम भतीजियो को मौत के घाट उतार दिया। इस जघन्य हत्याकांड का प्रभारी एसपी डा संजीव कुमार व एएसपी लोकेश सिन्हा ने आज मीडिया के सामने पूरा खुलासा किया।
मंगलवार देर रात सागर के सिविल लाईन थाना क्षेत्र में पुलिस कंट्रोल रूम के पास तीन मंजिला मकान में वंदना (32), बड़ी बेटी अवंति (8) और छोटी बेटी अन्विका (3) के शव मिले थे। इसकी सूचना मिलते ही आईजी प्रमोद वर्मा, डीआईजी सुनील कुमार, प्रभारी एसपी डॉ. संजीव उईके और फिंगर प्रिंट एवं सायबर टीम सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ तत्काल मौके पर पहुंच गए थे। प्रथम दृष्टया देखने पर किसी नुकीले एवं धारदार हथियार से तीनों को चोटे पहुंचा कर हत्या का अपराध घटित करना पाया गया। घटना क्रम से पूरे शहर में सनसनी फेल गई। घटना अत्यंत गंभीर एवं झकझोर देने वाली थी ।
प्रभारी एसपी संजीव कुमार ने मीडिया को बताया कि शुरुआत में ही यह लग गया था कि वारदात में किसी परिचित का हाथ है। पुलिस ने पति विशेष पटेल, उसके देवर प्रवेश पटेल और उसके दोस्त प्रकाश पटेल की मोबाइल लोकेशन को ट्रेस करते हुए पूछताछ शुरू की। इसमें देवर प्रवेश पटेल की लोकेशन वारदात के दिन दमोह की जगह सागर की मिली। जब पुलिस ने सख्ती से पूहताच की तो विशेष ने हत्या करना स्वीकार कर लिया। प्रवेश को अपने पिता की मृत्यु पर पीडब्ल्यूडी विभाग में अनुकम्पा नोकरी मिली थी। लेकिन वह सट्टा और आन लाईन सट्टा का शौकीन था। उसके आदतें भी खराब थी। शादी के बाद वह दमोह में रहने लगा था। उसकी आदतों के कारण अक्सर विवाद होता था। उसकी मां और भाभी ताने भी मारती थी।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसके ऊपर कर्ज था। इसी को लेकर वह अपने दोस्त प्रकाश पटेल के साथ स्कूटी से वारदात के दिन सागर आया था। प्रवेश पटेल द्वारा भाभी से की गई पैसे की मांग पूरी न करने तथा पहले से आरोपी को दिए हुए पैसे के बारे आरोपी को ताने मारने पर भाभी व देवर के बीच हाथापाई हो गई। इस दौरान गुस्से में आरोपी ने वही किचन में रखे हसिए से अपनी भाभी वंदना को 4-5 वार कर के मार दिया । वही खंडी बड़ी भतीजी अवंतीका बीच-बचाव कर रही थी एवं रो रही थी। आरोपी ने अपनी पहचान होने के डर से उसी हसिये से लगे में 7-8 वार कर के मौके पर ही मार दिया। बगल वाले बेडरूम में छोटी भतीजी रो रही थी उसे भी पास में रखे पत्थर के बट्टे से माथे एवं सिर में चोट पहुंचा कर मार दिया।
भाई के कपड़े पहने के बाद सोने चांदी के जेवर लेकर फरार हुआ हत्यारा
वारदात के बाद अलमारी से अपने भाई के कपडें निकाल कर पहन कर अलमारी में रखा सोने का हार, चांदी के जेवर और 10 हजार रुपए नगदी लेकर दूसरे पीछे के दरवाजे से भाग गया। आरोपी द्वारा लूटे गये जेवरात जा कर अपने साथी आरोपी प्रकाश पटेल को दिए थे । प्रकाश ने इनको बेचने की कोशिश की। प्रकरण में प्रकाश पटेल को भी आरोपी बनाया गया है।
ससुराल के लगाए आरोपों की जांच जारी
प्रभारी एसपी ने बताया कि ससुराल वालो ने पति और मां पर भी हत्या का शक जताया था। इसकी जांच की जा रही है। ट्रिपल मर्डर केस में अभी किसी भी संदेही व्यक्ति को क्लीन चिट नही दी गई है। पुलिस ने घटना स्थल से रक्त रंजित डोरमेट, घटना के समय पहनी हुई टी-शर्ट और हसिया बाथरूम में रखी पानी की बाल्टी में डाल टी-शर्ट, लोवर, डोरमेट, घटना में प्रयुक्त हसिया, पत्थर का बट्टा, एक सोने का हार, चांदी की 4 चुडिया, नगदी 10000/- और एक्टीवा गाडी जब्त की है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्याकांड को सुलझाने में सराहनीय योगदान पर होगा सम्मान –
इस हत्याकांन्द की सुलझाने में आरोपियों की गिरफ्तारी एवं पतासाजी में वरिष्ठ अधिकारीयो के मार्ग दर्शन में विभिन्न प्रकार की 10 टीमें गठित की गई थी। प्रत्येक टीम में निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारीयो द्वारा नेतृत्व किया गया है । जिनमें निरीक्षकगण नवीन जैन, रोहित डोंगरे, उमेश यादव, अजय भदोरिया, लखन लाल उईके, रविन्द्र सिकरवार, मनीष सिंघल, जसवंत राजपूत, शिवम दुबे एवं सौरभ रैकवार, आशीष तिवारी, अंकित गुरु व अन्य कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा जिन्हे वरिष्ठ अधिकारीयो द्वारा उचित ईनाम दिया जावेगा ।