मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से जुडऩे का किया आव्हान
मप्र वक्फ बोर्ड मुख्यालय में आयोजित कांफ्रेंस को ऑनलाइन किया संबोधित

मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से जुडऩे का किया आव्हान
– मप्र वक्फ बोर्ड मुख्यालय में आयोजित कांफ्रेंस को ऑनलाइन किया संबोधित
भोपाल यशभारत। विश्व स्तर पर चल रहे टैरिफ वार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के अभियान को समाज के हर वर्ग को अपनाना चाहिए। धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक संस्थाएं जब देशहित में अपनी भूमिका निभाती हैं, तब राष्ट्र सशक्त बनता है। यह बात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बुधवार को मप्र वक्फ बोर्ड मुख्यालय पर आयोजित एक दिवसीय काजी कांफ्रेंस को वर्चुअल संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प पर सभी काजियों को जुडऩे का आव्हान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मप्र राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सनवर पटेल कैबिनेट मंत्री दर्जा ने की। कार्यशाला का शुभारंभ कुरआन की तिलावत से हुआ।
इस अवसर पर काज़ी-ए-शहर भोपाल काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी, काजी सैयद इशरत अली, काजी खलीक उर्रहमान, मुफ्ती अबुल कलाम कासमी सहित प्रदेशभर के जिलों से आए काजी मौजूद रहे। काजी सैयद मुश्ताक नदवी ने अपने संबोधन में समाज में बढ़ रही सामाजिक बुराइयों पर चिंता जताते हुए कहा कि निकाह को इबादत की भावना से संपन्न कराया जाए और स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के लिए जनजागरण किया जाए। म.प्र. काजी काउंसिल के अध्यक्ष काजी सैयद इशरत अली ने वक्फ की संपत्तियों से प्राप्त आय का उपयोग इमामों और मोअज्जिनों के वेतन में सुधार के लिए करने की आवश्यकता बताई।
अध्यक्ष डॉ. सनवर पटेल ने वक्फ बोर्ड की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा, विकास और वाकिफ की मंशा के अनुरूप कार्य करना समाज के हित में आवश्यक है। उन्होंने सभी काजी साहिबानों से वक्फ संपत्तियों के संरक्षण एवं जागरूकता अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया। कार्यशाला में वक्फ बोर्ड के अधिकारियों ने उम्मीद सेंट्रल पोर्टल, वक्फ संशोधित अधिनियम 2025, शिक्षा नीति, कृषि भूमि नीलामी, स्वास्थ्य सेवाओं हेतु पेथोलॉजी लैब संचालन जैसे विषयों पर प्रस्तुति दी।







