हीट बेब की गर्मी ने किया बेहाल: स्कूलों में छुट्टियों की उठी मांग!, बच्चों की सेहत खतरे में! एनएसयूआई द्वारा स्कूल शिक्षा मंत्री के नाम संभागीय आयुक्त को सौंपा गया ज्ञापन

जबलपुर। चिलचिलाती धूप और गर्म हवा से इंसानी जीवन के साथ बेजुबान पशु-पक्षी भी त्रस्त हैं। सूरज की तपिश की मार स्कूली बच्चों पर भी पड़ रही है जिसके कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं। इस गम्भीर स्थिति को देखते हुए स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की मांग लगातार उठ रही है इसी कड़ी में शहर के कुछ स्कूलों में बच्चो के लगातार बीमार होने की खबर आ रही है । जहां पर कुछ स्कूलों में पैरेंट्स इस डर से अपने बच्चों को स्कूल ही नहीं भेज रहे हैं।इसी गंभीर परिस्थिति को दृष्टिगत रखते हुए भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई), जबलपुर के जिला अध्यक्ष सचिन रजक के नेतृत्व में आज एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा मध्यप्रदेश शासन के स्कूल शिक्षा मंत्री के नाम एक ज्ञापन संभागीय आयुक्त, जबलपुर संभाग को सौंपा गया। जिलाध्यक्ष सचिन रजक ने बताया कि तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना हुआ है, जिससे स्कूली बच्चों को हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में स्कूल जाना विद्यार्थियों के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बनता जा रहा है।
शीघ्र लिया जाए निर्णय
ज्ञापन में यह मांग रखी कि जबलपुर जिले के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में तत्काल प्रभाव से अस्थायी अवकाश घोषित किया जाए, जिससे विद्यार्थियों को इस खतरनाक गर्मी से राहत मिल सके और कोई भी अप्रिय घटना न घटे। जबलपुर जैसे बड़े और भीषण गर्मी से प्रभावित जिले में यह निर्णय शीघ्र लिया जाना आवश्यक है। एनएसयूआई जबलपुर ने अपेक्षा की है कि प्रशासन मानवीय दृष्टिकोण से शीघ्र निर्णय लेकर छात्रहित में अवकाश की घोषणा करेगा। इस अवसर पर संगठन के कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिन्होंने बच्चों के हित में इस पहल का समर्थन किया। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष सौरभ गौतम, राष्ट्रीय सचिव करन तामसेतवार, राहुल रजक, अभिषेक पटेल, अभिषेक दाहिया सहित छात्र उपस्थित थे।