JABALPUR NEWS-दीमक लगे सूखे चिंरौजी के पेड़ के नीचे अध्यापन: बच्चों की जान जाने के इंतजार में बैठा प्रशासन … देखे.. वीडियो…
चरगवां के अहमदपुर सीएमराइज स्कूल के हाल, जान हथेली पर रखकर स्कूल पहंुच रहे बच्चे

जबलपुर, यशभारत। शहर से 15 किलोमीटर दूर चरगवां के अहमदपुर शासकीय स्कूल में बच्चों की जाने के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सबकुछ जानते हुए भी 100 साल पुराने दीमक लगे सूखे चिंरौजी के पेड़ के नीचे अध्यापन कार्य करने में बच्चे मजबूर है। बच्चे घर से सुरक्षित स्कूल तो पहंुच जाते हैं परंतु स्कूल में उन्हें हमेशा अपनी जान जाने का खतरा मंडराता है। जानकर हैरानी होगी कि स्कूल को कुछ समय पूर्व ही सीएम राइज का दर्जा मिला है। ग्रामीण से लेकर स्कूल प्रबंधन जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर को इस संबंध में अवगत करा चुका है। परंतु प्रशासनिक अधिकारियों की हीलाहवाली दर्शा रही है कि जब स्कूल में कोई बड़ी घटना घटेगी उस वक्त अफसर जागेंगे।

आंगनबाड़ी केंद्र और पंचायत कार्यालय भी संचालित
अहमदपुर शासकीय स्कूल में सिर्फ बच्चों को अध्यापन कार्य नहीं बल्कि आंगनबाड़ी केंद्र और पंचायत कार्यालय में संचालित हो रहा है। बाबजूद न पंचायत के जिम्मेदार और न ही जनपद के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान दिया।
बच्चे भयभीत, पालक चिंता में
बताया जा रहा है स्कूल परिसर में लगे चिरौंजी का सूखा पेड़ 100 साल पुराना है और सूखे पेड़ की वजह से बच्चे भयभीत और पालक भी चिंता में है। बच्चों को सुरक्षित स्कूल भेजकर घर लौटने वाले पालकों को हमेशा यही चिंता सताती रहती है कि कहीं सूखे पेड़ के कारण अनहोनी न हो जाए।
वन विभाग, थाना प्रभारी को एक साल पहले दिया गया आवेदन
अहमदपुर ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में लगे सूखे चिरौंजी पेड़ को हटाने के लिए एक साल पहले वन विभाग और थाना प्रभारी को आवेदन दिया था लेकिन आश्चर्य की बात है कि वन विभाग और पुलिस अधिकारियों ने आज तक पेड़ को अलग कराने के लिए कोई कदम नहीं उठाए हैं। ग्रामीणांे के साथ स्कूल प्रबंधन ने कलेक्टर को जून माह में आवेदन देकर समस्या से अवगत कराया हैै। ग्रामीण कलेक्टर द्वारा लिए जाने वाले एक्शन के इंतजार में है।