
यश भारत जबलपुर। शहर में चौपाटी के नाम से इकट्ठा खड़े हो रहे खोमचे वाले मालामाल हो रहे हैं। इन लोगों को न तो जमीन का किराया लग रहा है और न ही बिजली का पैसा लग रहा है। खड़े होने के नाम पर नगर निगम की बैठकी शुल्क ही दिया जा रहा है। उधर, गार्डन लाइट से बिजली चोरी की जा रही है। विजयनगर में घरेलु बिजली बेची जा रही है। घरों से निकले तार खोमचे वालों के ठिकानों तक पहुंचाए गए हैं।
कब्जाधारी- 45
बिजली कनेक्शन- 01
लग्घी- 04
टायलेट से लाइट- 01
सार्वजनिक टॉयलेट से कनेक्शन
सिविक सेंटर में गार्डन के बाजू की स्ट्रीट पर ठेले पर खाद्यान बेचने वाले करीब 45 अतिक्रमणकारी हैं। इन लोगों ने गार्डन लाइट के कनेक्शन से लग्घी फंसाई है। यहां मात्र एक मीटर लगाया गया है, जिससे अन्य स्ट्रीट वेंडर बिजली इस्तेमाल कर रहे हैं। एक-एक ठिकानें में चार-चार, पांच-पांच एलइडी जल रही है। एक वेंडर ने तो सार्वजनिक टॉयलेट से सांठगांठ करके कनेक्शन लिया है।
नवनिर्मित गार्डन लाइट से फसा ली लग्घी

सिविक सेंटर के चारों ओर लगने वाले ठेलों को किनारे करते हुए प्रशासन ने कुछ समय के लिए सिविक सेंटर उद्यान के बाजू वाली जगह दे दी है ताकि वे अपना इंतजाम कहीं और कर सकें लेकिन हकीकत यह है कि इन अतिक्रमणकारियों ने इस स्ट्रीट पर कब्जा कर लिया है। नवनिर्मित गार्डन लाइट में लग्घी डालकर बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है। उधर, विजयनगर चौपाटी की स्थिति यह है कि यहां लोगों ने घरों के कनेक्शन से अतिक्रमणकारियों को बिजली दी है, जिसका रोजाना पैसा वसूला जा रहा है।
कब्जाधारी- 55
बिजली कनेक्शन- 02
लग्घी- 02
बैटरी वाले- 06
विजयनगर चौराहे से एकता चौक की ओर सडक़ के किनारे खोमचे वाले इक्टठा खड़े हो रहे हैं। शाम होते ही इनके ठिकानें रोशन हो जाते हैं। जब पतासाजी की तो यह सामने आया कि यहां दो बिजली के कनेक्शन हैं। ठिकानों में आसपास रहने वाले सौ रुपए प्रतिदिन की दर से बिजली देने का किराया वसूल रहे हैं। यहां बिजली पोल से दो लग्घी भी फंसाई गई है।
घरेलु और व्यावसायिक कनेक्शन से बिजली दूसरी जगह नहीं दी जा सकती है। यदि ऐसा हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।
संजय अरोरा, एसई सिटी