ATM कार्ड बदलकर 5 राज्यों के 500 लोगों को ठगा : गिरोह ने जेबकतरों से खरीदे एटीएम कार्ड, पैसा निकालने में मदद के बहाने बदल लेते हैं कार्ड

भोपाल साइबर क्राइम पुलिस ने एटीएम बूथ में खड़े होकर पैसा निकालने के लिए आए ग्राहकों की मदद करने के बहाने कार्ड बदलकर ठगी करने वाले राजस्थान के गिरोह को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दावा किया कि गिरोह ने तीन साल में 500 लोगों के एटीएम कार्ड बदलकर ठगी कर चुके हैं। इनके पास से पुलिस ने जेबकतरों से खरीदे गए अलग-अलग बैंकों के 61 एटीएम कार्ड मिले हैं। आरोपियों ने मध्यप्रदेश समेत हरियाणा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात में वारदात कर चुके हैं। वह राजस्थान से बाइक से निकलते हैं। इसके बाद रास्ते में पड़ने वाले हर शहर में वारदात करते हैं। गिरोह के निशाने में वृद्ध, महिलाएं रहती हैं।
जानकारी के मुताबिक, गुडशेफर्ड कॉलोनी कोलार रोड, भोपाल निवासी अनिल नागले ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि 7 सितंबर 2021 को एटीएम बूथ पर उनका दो लड़कों ने कार्ड बदलकर डेढ़ लाख रुपए उनके खाते से निकाल लिए हैं। पुलिस ने तकनीकी जांच के बाद गिरोह की पहचान कर उन्हें राजस्थान के धौलपुर से गिरफ्तार कर लिया।
वारदात में उनकी भूमिका
- ताहिर: भरतपुर राजस्थान का रहने वाला है। चौथी तक पढ़ा है। एटीएम में जाकर पिन देखना, इसके बाद एटीएम कार्ड बदलना। फिर बदले में मिले एटीएम से पैसा निकालना।
- फिरोज: धौलपुर राजस्थान का रहने वाला है। अनपढ़ है। ग्राहक का एटीएम जिस बैंक का है उस बैंक का एटीएम जेब से निकाल कर ताहिर को देना।
- हनीफ:धौलपुर राजस्थान का रहने वाला। वारदात के दौरान एटीएम के बाहर खडे़ होकर निगरानी करना।
बंद एटीएम मुख्य टारगेट
मुख्य आरोपी ताहिर राजस्थान के जेबकतरों से एटीएम कार्ड खरीदते हैं। उनके पास सभी बैंकों के कार्ड होते हैं। इसके बाद अपनी मोटर साईकिल से अलग-अलग राज्यों में जाते हैं। रास्ते में पड़ने वाले सभी शहरों के एटीएम को चेक करते हैं। जो एटीएम बंद मिलता है,उसके बाहर खड़े होकर पैसा निकालने आने वाले ग्राहक का इंतजार करते हैं। सीनियर सिटीजन या महिला पैसा निकालने आती है। जब पैसा नहीं निकलता तो आरोपी मदद के बहाने एटीएम बूथ के अंदर जाते हैं। वह ग्राहक को भ्रमित कर दोबारा ट्रांजेक्शन करने के लिए कहते हैं। इसी दौरान आरोपी पासवर्ड देखने के साथ ग्राहक का कार्ड बदलकर उसे अपने पास रखा कार्ड दे देते हैं। वारदात के दौरान बूथ के अंदर दो आरोपी होते हैं। तीसरा आरोपी बाहर रैकी करता है। पैसा नहीं निकलने पर ग्राहक बदले हुए कार्ड को लेकर चला जाता है। इसी बीच आरोपी भी मौके से अपने मोटरसाइकिल लेकर फरार हो जाते हैं। बाद में ग्राहक के एटीएम कार्ड से पैसा निकाल लेते हैं यानी खरीदारी कर लेते हैं।
भोपाल में ठगा
भोपाल में अभी तक आरोपियों ने 60 लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं। वर्तमान में थाना निशातपुरा, थाना अशोका गार्डन, जहांगीराबाद, पिपलानी, हनुमानगंज में वारदात को अंजाम दे चुके हैं। इससे पहले आरोपी वर्ष 2021 में फरवरी, जून, सितंबर में भोपाल में वारदात कर चुके हैं।