जबलुपर में गोरखपुर के सेना के सूबेदार- कार व्यापारी से ठगी- दिल्ली के युवक ने जबलपुर के व्यापारी को लगाई डेढ़ करोड़ की चपत, आयुवेर्दिंक दवा के नाम लुट गया रिटायर सेना का जवाब
जबलपुर, यशभारत। गोरखपुर थाने में ठगी के दो मामले दर्ज किए गए हैं। पहले प्रकरण में दिल्ली के किसी युवक ने कार व्यापारी के साथ डेढ़ करोड़ की ठगी की तो वहीं आयुवेर्दिक दवा के नाम पर रिटायर सेवानिवृत्त अधिकारी से 25 लाख हड़पे गए। दोनों मामलों पर पुलिस ने एफआईआर करते हुए जांच में लिया है।
गोरखपुर पुलिस ने बताया कि आदर्श नगर में रहने वाले नरेश बाधवानी ने कुछ माह पहले अपने परिचित के दीपक कुमार के युवक से मसीर्डीज कार खरीदने की इच्छा जाहिर थी कि जिसके बाद दीपक ने नरेश से कहा कि वह उसे बहुत ही कम कीतम पर अच्छी कंडीशन की मसीर्डीज कार दिलवा सकता है। दीपक की बातों से नरेश को यकीन हो गया कि वह उसका काम करा देगा, जिसके बाद जनवरी माह से लेकर अब तक नरेश ने दीपक को कई किश्तों में 1 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया, लेकिन अभी तक मसीर्डीज का अता-पता नहीं है। नरेश बाधवनी ने कई मर्तबा दीपक से कहा कि यदि वह उसका काम नहीं करा पा रहा है तो पैसे वापस कर दे लेकिन दीपक रकम लौटने को भी तैयार नहीं है। दीपक की इन हरकतों से तंग आकर नरेश ने थाने पहुंचकर उस पर धोखाधड़ी की शिकाय दर्ज कराई।
सेना के सेवानिवृत्त सूबेदार से 25 लाख की ठगी
सेना के रिटायर्ड सूबेदार के द्वारा शिकायत की गयी कि रामपुर चैराहे के पास जगजीवन आयुर्वेदिक दवाखाना का पंण्डाल था, उसकी कमर में दर्द था पैर सुन्न हो रहे थे, उसने सुना था कि आयुर्वेद में इसका बेहतरीन इलाज है और उसका भरोसा भी आयुर्वेद पर पहले से ही था तो वह रोड के किनारे पंडाल लगाए दुकान में जा पहुंचा जहां पर उन्होंने शुरुआती दौर में उसेे कुछ ऐसी दवा दी जिससे उसे आराम लगा उस वक्त उनकी फीस महज 20 रूपये थी और 11 सो रुपए की दवा उन्होंने दी थी । लेकिन जब वह उनके पास दोबारा दवा लेने के लिए पहुंचा तो उन्होंने कहा कि आपकी स्थिति लकवा लगने की है इसलिए आप का इलाज लंबे अरसे तक चलेगा लेकिन आपको आराम लग जाएगा तो वह उनके यहाँ से दवा लेने लगा धीरे- धीरे उनके दवा के दाम बढ़ने लगे और उन्होंने कहां की जो आपको हमने दवा दी थी जिससे आपको आराम लगने लगा है अब वह यहां उपलब्ध नहीं हो पाएगी, उनका कहना था कि जिस कंपनी में यह दवा बनती है वहां से संपर्क करना होगा जगजीवन ने दो दलालं राजकुमार और पान सिंह से उसकी बातचीत कराई और कहा कि ये आप को साथ में ले जाकर दवा दिलवा देंगे ।
राजकुमार और पान सिंह ने सबसे पहले जबलपुर मे दमोहनाका स्थित धर्मेन्द्र सिंह की दवा दुकान से लगभग 4 लाख रूपये की दवा दिलवाई। दवा में सिर्फ छोटी सी एक पुडिया थी वह उन दवाओं पर भरोसा करता रहा । दवा दुकान संचालक धर्मेंद्र सिंह के बैंक ऑफ बडोदा के खाते में 16 दिसंबर को 20,000, 62000 और 10800 की राशि आॅनलाईन भुगतान किया एवं शेष रूपये कैश दिये थे ।
इसके बाद उसे राजकुमार और पान सिंह ने जबलपुर में स्वयं दवा लाकर दी जिसके 12 से 13 लाख रूपये रामपुर में बुलाकर लिये तथा आयुर्वेदिक औषधालय राम नगर चैक बनारस से दो बार 8 लाख 64 हजार की दवा दिलाई ।
इस तरह उससे करीब 25 लाख रुपए लिये जबकि दवा 2500 रूपये की रही होगी । इन लोगों ने यह भी कहा था कि आप जो भी दवा खरीद रहे है उसका पैसा बाद में आपको 25 प्रतिशत काट के रिफंड हो जाएगा । जो दवा उसे दी थी वह अभी भी उसके पास उपवब्ध है ।
पुलिस अधीक्षक जबलुपर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण/अपराध श्री गोपाल खाण्डेल को शिकायत की जांच कर वैधानिक कार्यवाही किये जाने हेतु आदेशित किये जाने पर शिकायत की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध द्वारा की गयी जांच पर प्रथम दृष्टया राजकुमार एवं पान सिंह के द्वारा षणयंत्र पूर्वक धोखाधड़ी करना पाये जाने पर राजकुमार एवं पान सिंह के विरूद्ध थाना गोरखपुर में अपराध क्रमंाक 422/21 धारा 420,120 बी भा.द.वि का अपरध ंपजीबद्ध कर आरोपियो की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।