3 माह में एक अदद अध्यक्ष नहीं खोज पाई कांग्रेस
लोकसभा चुनाव के समय से रिक्त है शहर अध्यक्ष का पद, कतार में कई पर ऊपर से हरी झंडी नही

कटनी, यशभारत। कटनी की कांग्रेस इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है, वजह है सेनापति की कमी। लोकसभा चुनाव के मतदान के एक दिन पहले 25 अप्रैल को विक्रम खम्परिया द्वारा बीजेपी ज्वाइन कर लेने के बाद से यह पद रिक्त पड़ा है। पार्टी ने चुनाव के पहले सबको संतुष्ट करने के लिए रेवड़ी के माफिक पद बांटकर शहर कांग्रेस में तीन कार्यकारी अध्यक्ष भी बना दिये थे, इनमें से दो तो पलटी मार चुके हैं। खबर तो यह भी है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह जब प्रदेश के दौरे पर आए थे, तब उन्होंने तमाम नियुक्तियां रद्द कर दी थी, बावजूद इसके नेता अपने नामों के पीछे पद लिखना छोड़ नहीं रहे। पार्टी लोकसभा के रिजल्ट को लेकर मंथन के दौर से गुजर चुकी है और अब एमपी में नए सिरे से संगठन को खड़ा करने की प्लानिंग कर रही है। सूत्र बता रहे हैं कि नए शहर कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति अब प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के साथ ही होगी, जिसमें अभी कुछ वक्त और लग सकता है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए पार्टी के भीतर दावेदार कम हो चुके हैं, वजह है कुछ तो चुनाव के समय बीजेपी के पाले में चले गए और कुछ खुद भी इस जिम्मेदारी को लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। पार्टी भी राहुल गांधी की मंशा के मुताबिक युवाओं को लेकर आगे बढ़ रही है। जो नाम दौड़ में है, उनमें अमित शुक्ला, राकेश गुड्डू द्विवेदी, मौसूफ अहमद बिट्टू समेत कई और नाम भी हैं। पुराने नामों को लेकर अब पार्टी के भीतर कोई चार्म रह भी नहीं गया। वरिष्ठ नेता खुद भी इस पद की जिम्मेदारी लेने से पीछे हट रहे हैं, इस स्थिति में पार्टी के पास सीमित विकल्प ही हैं। मिथलेश जैन लगातार अनेक दायित्व निभाने और दो बार विधानसभा चुनाव लडऩे के बाद सीनियर हो चुके हैं, उनकी तरफ से पूर्व ब्लाक अध्यक्ष रमेश सोनी का नाम आगे किये जाने की जानकारी मिल रही है, जबकि जिला कांग्रेस के पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष गुमान सिंह का नाम भी शहर अध्यक्ष के तौर पर चर्चा में है, हालांकि यशभारत से बातचीत में वे अनिच्छा जता चुके हैं। इन तमाम स्थितियों में पार्टी के पास दो रास्ते हैं। या तो पूर्व विधायक सुनील मिश्रा और पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रियदर्शन गौर में से किसी को कमान देकर उनके अनुभव का लाभ ले ले, या फिर अमित शुक्ला, मौसूफ और गुड्डू द्विवेदी और राजा जगवानी जैसे युवा नेताओं में से किसी को बागडौर सौंप दे। सूत्र बताते हैं कि ये अध्यक्ष बनने के लिए ये तमाम युवा नेता अपने स्तर पर बड़े नेताओं के संपर्क में रहकर प्रयास कर रहे हैं। सवाल इस समीकरण पर टिका है कि प्रदेश स्तर पर होने जा रही बड़ी सर्जरी में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पद पर रहेंगे या जाएंगे।
ऐन चुनाव के पहले इन नेताओं ने दिया था झटका
पार्टी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार लाने के लिए तमाम नाराज नेताओं को खुश करते हुए पद बांट दिए थे। इस कवायद में कटनी के शहर संगठन में राजा जगवानी, राजकिशोर यादव और रौनक खंडेलवाल को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार नहीं बनी तो 6 माह के भीतर इन पदाधिकारियों को मोहभंग हो गया और लोकसभा चुनाव के दौरान इनमें से दो नेता राजकिशोर यादव और रौनक खंडेलवाल बीजेपी के साथ चले गए। 25 अप्रैल को अध्यक्ष विक्रम खम्परिया ने भी पार्टी से नाता तोड़ लिया। इसके बाद से कांग्रेस को कटनी के संगठन में शहर अध्यक्ष की तलाश है। भोपाल से जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक प्रदेश कांग्रेस की नई टीम जल्द बन रही है। बड़ा फेरबदल होने वाला है। इस दिशा में पूरी कवायद चल रही है। इसी के साथ कटनी को भी शहर में नया अध्यक्ष मिल जाएगा।