20रु. में इलाज करने वाले MP के डॉक्टर को पद्मश्री-मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित

मध्यप्रदेश के जबलपुर के वयोवृद्ध डॉक्टर एमसी डावर को भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया है। यह अवॉर्ड जबलपुर में उन्हें आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिया। 77 वर्षीय डॉ. डावर आज भी 20 रुपए की मामूली फीस पर मरीजों का इलाज करते हैं। डॉ. डावर को पद्मश्री मिलने की खबर जैसे ही सामने आई, उन्हें बधाई देने वालों का उनके घर तांता लग गया।
2 रूपए फीस लिया करते थे डॉक्टर
डॉ डाबर का कहना है उन्होंने फीस की शुरुआत दो रूपए से की थी। अब पांचवें पड़ाव में 20 रूपए फीस ले रहे हैं। उन्होंने बताया वह मरीजों को सबसे पहले 2 रूपए की फीस में देखा करते थे। 2 रूपए फीस 1972 से लेकर 1986 तक लिया करते थे। 1986 से लेकर 1997 तक 3 रूपए, 1997 से लेकर 2012 तक 5 रूपए, 2012 से 2021 तक 10 रूपए और 2022 से 20 रूपए फीस लेकर मरीजों का इलाज करते हैं।
जन्म पाकिस्तान में, पंजाब में पढ़ाई और जबलपुर में मिली डिग्री
डॉ. डावर का जन्म आज के पाकिस्तान में 1946 में हुआ था। डेढ़ साल की उम्र में ही उनके पिता का निधन हो गया था। परिवार के सहयोग से उन्होंने स्कूल की पढ़ाई पंजाब के जालंधर से की। जिसके बाद जबलपुर, मध्य प्रदेश से उन्होंने MBBS की डिग्री हासिल की।
सैकड़ों सेना के जवानों का किया इलाज
डॉ डावर ने बताया कि जब उन्होंने सेना में भर्ती के लिए एग्जाम दिया था। तब 533 उम्मीदवारों में से केवल 23 ही चयनित हुए थे। इनमें से 9वें नंबर पर डॉ डावर का नाम था। 1971 की भारत-पाकिस्तान जंग के दौरान उनकी पोस्टिंग बांग्लादेश में की गई। डॉ. डावर ने न जाने कितने घायल जवानों का इलाज किया। हालांकि जंग खत्म होने के बाद कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के चलते उन्हें समय से पहले रिटायरमेंट लेना पड़ा। इसके बाद 1972 से उन्होंने जबलपुर में अपनी प्रैक्टिस शुरू की।