जीसीएफ को फिर मिला सारंग तोप बनाने का आर्डरः 250 सारंग तोपें तीनों फेक्टरी में बनेगी
सारंग इन्टीग्रेशन काम्प्लेक्स का बोर्ड लगते ही हर्ष
जबलपुर यशभारत। एक बार फिर सारंग तोप बनाने के लिए जीसीएफ को जिम्मेदारी दी गई है। लंबे समय बाद जीसीएफ में सारंग तोपों का निर्माण होगा। 100 तोपों का आर्डर फेक्टरी को दिया गया है। इधर 250 तोपों का निर्माण तीन फेक्टरी में होगा मतलब सारंग बनाने का बांट दिया गया है।
मालूम हो कि जीसीएफ से शारंग का काम व्हीकल फैक्ट्री को दिये जाने के बाद जीसीएफ मे शारंग के लिए बनाये गए शेड से उस समय वहां लगाया गया शारंग इन्टीग्रेशन काम्प्लेक्स का बोर्ड उतार लिया गया था।जिससे कर्मचारियों मे निराशा छा गई थी।लेकिन गत दिवस फिर लगा दिये जाने से कर्मचारियों मे जिज्ञासा व्याप्त हो गई।जैसे ही जानकारी लगी कि जीसीएफ को सौ शारंग बनाने का आर्डर मिला है उनमे हर्ष छा गया।
उल्लेखनीय है कि पहले जीसीएफ को ही शारंग तोप बनाने का आर्डर मिला था। जीसीएफ का काम धनुष तोप पर केन्द्रित कर शारंग का काम व्हीकल फैक्ट्री शिफ्ट कर दिया गया था।इसी बीच जी आई एफ के कर्मचारियों ने भी इस कार्य में दक्षता हासिल कर ली। यानी तीनों फैक्ट्री के कर्मचारी शारंग तोप निर्माण मे दक्ष हो गए हैं।
व्हीकल में लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा था
बताया जाता है कि व्हीकल फैक्ट्री में काम की अधिकता के चलते व्हीकल फैक्टरी प्रबंधन ने लक्ष्य पूरा करने में हाथ खड़े कर दिये। परिणाम स्वरूप अब पुनः जीसीएफ को पुनः शारंग बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मिली जानकारी के अनुसार कुल बनने वाली250शारंग तोप का उत्पादन लक्ष्य बांट दिया गया है।जिसमें जीसीएफ को सौ व्हीकल फैक्ट्री को सौ और जी आई एफ को50तोप बनाने का लक्ष्य दिया गया है।इस संबंध में जब जीसीएफ के पी आर ओ संजय श्रीवास्तव ए जी एम से दूरभाष में चर्चा करना चाही लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।