जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

जबलपुर नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल डीन प्रदीप कसार से स्पष्टीकरण मांगा- सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोतीन दिन का नो वर्क नो पे के साथ कारण बताओ सूचना पत्र

समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने दिखाए तीखें तेवर

जबलपुर, यशभारत। समय सीमा की बैठक में कलेक्टर डाॅक्टर इलैया राजा टी के तेवर कड़े नजर आए। लापरवाह नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल डीन प्रदीप कसार स्पष्टीकरण मांगा गया है जबकि सहायक आयुक्त विकास का तीन दिन की पगार रोक दी गई है। बैठक में इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. सलोनी सिडाना, अपर कलेक्टर राजेश बाथम,  शेर सिंह मीणा, सुश्री विमलेश सिंह एवं सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

 

बैठक में कलेक्टर श्री इलैयाराजा ने सर्वप्रथम समाधान आॅनलाइन में चयनित विषयों की समीक्षा कर कहा कि एक-एक प्रकरण का निराकरण शीघ्र करें इसके साथ ही सीएम हेल्पलाइन व लंबित पत्रों की समीक्षा विभागवार कर कहा कि संतुष्टि पूर्वक निराकरण करना सुनिश्चित करें। कोई भी प्रकरण बिना अटेंड किये व निराकरण निम्न गुणवत्ता का न हो। सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान विभागीय रैकिंग की समीक्षाकर रैकिंग सुधारने के निर्देश दिये। तीन सौ दिनों से अधिक के प्रकरणों पर भी गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिये। जननी सुरक्षा और प्रसूति सहायता महत्वपूर्ण योजना है अतरू इसमें बिलकुल भी लापरवाही नहीं करें। इसी प्रकार सभी विभागों के सीएम हेल्पलाइन व लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर कहा कि आम जनता से जुड़े मुद्दों पर ज्यादा संवेदनशीलता बरतने तथा लोगों की समस्याओं और शिकायतों का तत्परता से निराकरण करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि जनता को बेहतर और जबाबदेह प्रशासन देना उनकी हमेशा प्राथमिकता रही है और सभी अधिकारी इस दिशा में प्रो एक्टिव होकर काम करें। सीएम हेल्प लाईन के प्रकरणों के निराकरण नहीं होने पर मेडीकल काॅलेज के डीन से स्पष्टीकरण मांगा गया  देने के निर्देश के साथ कहा कि जननी सुरक्षा योजना व प्रसव सहायता योजना का लाभ समय पर मिल जाये।

निलंबन की कार्रवाई होगी सहायक आयुक्त पर

आधारताल स्थित आदिवासी पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास से विद्यार्थियों को शिफ्ट नहीं करने और न ही छात्रावास भवन को डिसमेंटल करने में उदासीनता के कारण सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को तीन दिन का नो वर्क नो पे के साथ कारण बताओ सूचना पत्र देने के निर्देश दिये और कहा कि एक सप्ताह के भीतर यदि बच्चों को शिफ्ट नहीं कर पाते हैं तो उनके निलंबन की कार्यवाही की जायेगी। इसी के साथ कलेक्टर ने कहा कि जितने भी छात्रावास हैं यदि वे जीर्ण-शीर्ण हैं तो उनकी जानकारी तत्काल उन्हें दी जाये। यदि मरम्मत योग्य हैं, तो उनके एक सप्ताह के अंदर मरम्मत करायें। जीर्ण-शीर्ण छात्रावासों में यदि कोई घटना घटित हो जाती है तो इसके जिम्मेदार संबंधित अधिकारी होंगे। छात्रावासों की स्थिति की जांच एक सप्ताह बाद की जावेगी।

स्कूलों का अचानक होगा निरीक्षण डीईओ-डीपीसी को निर्देश

कलेक्टर ने कहा कि डीपीसी व जिला शिक्षा अधिकारी नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण करें। क्योंकि पिछले दिनों अचानक जिला अधिकारियों द्वारा के निरीक्षण में अधिकांश छात्र व शिक्षक अनुपस्थित मिले। इसके साथ ही दो स्कूल बंद भी मिले। इस पर कलेक्टर ने डीपीसी से कहा कि इस पर तत्काल कार्यवाही हो। अब स्कूलों का अचानक निरीक्षण फिर से कराया जायेगा। यदि स्कूल बंद या शिक्षक अनुपस्थित मिलते हैं तो तत्काल निलंबन की कार्यवाही होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस शनिवार स्वच्छता जागरूकता के लिए संपर्क अभियान चलाया जायेगा। जिसमें सभी शिक्षण संस्थाओं के साथ जिला अधिकारी भी उसमें भाग लेंगे।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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