जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय की पहल : 12 फसलों की महत्वपूर्ण किस्मों को राष्ट्रीय स्तर पर कराया पंजीकृत
प्रदेश मे पहली बार किसान के नाम से फसल का हुआ पंजीयन

जबलपुर यश भारत |जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय प्रबंधन का प्रयास रहता है कि किसानों को कैसे महत्वपूर्ण फसलों का व्यापक लाभ कैसे प्राप्त हो सकते हैं।
इसी क्रम में कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक निरंतर कृषि अनुसंधान करते हुए किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास में दिन-रात जुटे हुए है। इसी क्रम में भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण द्वारा 2022 तक संबंधित जिलों की 12 फसलों की महत्वपूर्ण किस्मों को राष्ट्रीय स्तर पर पंजीकृतकरा लिया गया है।
इसी क्रम में सीधी जिले के सात छिंदवाड़ा से दो, पन्ना से दो तथा बालाघाट से एक किसान का चयन किया गया है जिनकी आय बढ़ाने के लिए प्रबंधन मिलकर प्रयास करेगा।
विश्वविद्यालय की प्लांट वैरायटी प्रोटेक्शन सेल की प्रभारी डॉक्टर स्तुति शर्मा ने बताया कि यह पहला प्रयास है जब किसान के नाम से किसी फसल को पंजीकृत कराया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन किसान और भारत सरकार के बीच सेतु का काम करेगा।