हिस्ट्रीशीटर बॉयफ्रेंड ने दी दर्दनाक मौत:घर से भगाकर ले गया, सालभर बाद पेट्रोल डालकर जलाया; कंकाल बनने तक वहीं खड़ा रहा

शादी का दबाव बनाने पर एक युवक ने प्रेमिका को दर्दनाक मौत दे दी। इस हत्याकांड में आरोपी के मामा और चचेरे भाई ने भी साथ दिया। आरोपी ने रस्सी से उसका गला दबाया तो वह छटपटाने लगी, यह देख उसने और जोर से रस्सी खींच दी। इसके बाद उसके शव को कार से खींचकर खेत में फेंका। सबूत मिटाने के लिए पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आरोपी तब तक वहीं खड़े रहे, जब तक की शव कंकाल में तब्दील नहीं हो गया।
वारदात को अंजाम देते समय इनमें से एक आरोपी का मोबाइल आग में गिर गया। यहीं क्लू इस हत्याकांड के खुलासे की कड़ी बना। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो जला हुआ मोबाइल हाथ लग गया। मोबाइल तो जल गया था, लेकिन सिम सुरक्षित मिल गई। इसी के आधार पर नंबर ट्रैस कर पुलिस आरोपियों तक पहुंची। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामला मध्यप्रदेश के रायसेन जिले की तहसील बेगमगंज का है। पुलिस ने शुक्रवार शाम को इस वारदात खुलासा किया है।

मोबाइल सिम ने खोल दिया राज
1 मई को गांव करहौला के चौकीदार से पुलिस को सूचना मिली कि यहां एक मानव कंकाल पड़ा हुआ है। बेगमगंज थाना प्रभारी राजपाल सिंह जादौन दल बल के साथ गांव पहुंचे। यहां खेत में मानव कंकाल पड़ा था। उस समय पुलिस के लिए भी यह मानव कंकाल एक अनसुलझी कहानी बन गया, क्योंकि सबूत मिटाने के लिए आरोपियों ने शव को जला दिया था। इससे शव की पहचान होना नामुमकिन था।
साइबर सेल की मदद से डेटा रिकवर कराया
पुलिस ने घटनास्थल पर अच्छे से जांच की तो एक जला हुआ मोबाइल हाथ लग गया। पहले लगा कि यह मोबाइल उसी व्यक्ति का है, जिसका कंकाल है, लेकिन जब मोबाइल को खोला गया तो उसमें से सिम मिली। यह वह कड़ी थी, जिसकी मदद से मामले की परतें खुल सकती थीं। ऐसे में पुलिस ने साइबर सेल की मदद से डाटा रिकवर कराया। मोबाइल कर्रापुर निवासी रंजीत दांगी का निकला। पुलिस रंजीत दांगी तक पहुंची तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र दांगी से पूछताछ की गई तो उसने चौंकाने वाले खुलासे किए। पुलिस ने तीन आरोपी रंजीत दांगी, पुष्पेंद्र और नरेंद्र दांगी को गिरफ्तार कर है।