कटनीजबलपुरमध्य प्रदेश

हिमाद्री और मार्को समेत 10 उम्मीदवारों का भाग्य वोटिंग मशीनों में कैद; शहडोल सीट : बड़वारा के 299 केंद्रों में वोटिंग, तेज धूप के बावजूद लगी कतारें 

कटनी/शहडोल, यशभारत। तगड़ेे सुरक्षा इंतजामों के बीच शहडोल संसदीय क्षेत्र का सांसद चुनने आज कटनी जिले के बड़वारा विधानसभा क्षेत्र में भी वोट डाले गए। गर्मी की वजह से मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह के तीन घण्टों में मतदान की रफ्तार तेज रही जबकि दोपहर में तेज धूप का असर मतदान पर पड़ा। शहडोल संसदीय सीट के कुल 17 लाख 73 हजार 127 मतदाताओं में बड़वारा के 2 लाख 55 हजार 488 मतदाता शामिल हैं।

 

बड़वारा के सभी 299 मतदान केंद्रों में मॉकपोल के बाद शुरू हुए मतदान को लेकर प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए थे। कई केंद्रों पर महिलाओं की कतार बढ़ी थी। वैसे पूरे संसदीय क्षेत्र से यशभारत के पास जो जानकारी आई है उसके मुताबिक चुनाव प्रचार की तरह मतदान को लेकर भी लोगों में उत्साह काफूर था। संसदीय क्षेत्र में यूं तो वोटिंग के साथ आज 10 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मशीनों में कैद हो गया किन्तु मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह और कांग्रेस उम्मीदवार फुन्देलाल मार्को के बीच है। कलेक्टर अवि प्रसाद एवं पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन सुबह से मतदान केंद्रों के भ्रमण पर रहकर कड़ी निगाह रखे हुए थे। कुछ स्थानों पर वोटिंग मशीनों में खराबी की शिकायत भी सामने आई। आदिवासी बाहुल्य सीट शहडोल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों के 2199 मतदान केंद्रों में मतदान दल ने पहले मॉक पोल किया। इसकी प्रक्रिया सुबह 6 बजे से शुरू कर दी गई थी। इसके बाद 7 बजे से लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। मतदान केंद्रों में मतदाताओं से की गई बातचीत में अनेक ऐसे मुद्दे असरकारक दिखे जिनसे प्रभावित होकर लोगों ने मतदान किया। युवा वोटर्स ने बताया कि बड़े उद्योग न होने से पूरे संसदीय क्षेत्र में रोजगार और मजदूरों के पलायन की समस्या है।

 

पिछले पांच साल में कोई बड़ा उद्योग इस इलाके में नही लगा। महंगाई के साथ आदिवासियों के उत्थान से जुड़े सवालों का भी मतदान के दौरान असर दिखा। पूरे इलाके में भाजपा और कांग्रेस ने इस बार प्रचार में औपचारिकता ही निभाईए जिसके चलते मतदान के दौरान भी लोगों का उत्साह कम था। चुनाव लडऩे वाले कुल 10 उम्मीदवारों में से 8 तो पार्टी के सिंबल से मैदान में थे जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला भी आज वोटरों ने कर दिया।

1316 मतदान कर्मी रहे तैनात

चाक चौबंद सुरक्षा इंतजामों के बीच विधानसभा क्षेत्र बड़वारा के 299 मतदान केंद्रों के लिए रिजर्व सहित 1316 मतदान कर्मियों की तैनाती की गई । इसके अलावा 39 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 41 माइक्रो आब्जर्वर भी मतदान के दौरान मुस्तैद रहे। यहां मतदान दलों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने और वापस लाने के लिए 72 बसों और 47 चार पहिया वाहनों का प्रयोग किया गया। जानकारी के मुताबिक बड़वारा विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख 30 हजार 202 पुरुष, 1 लाख 25 हजार 285 महिला मतदाता और एक थर्ड जेंडर मतदाता को मिलाकर कुल 2 लाख 55 हजार 488 मतदाता है। यहां का जेंडर रेशियों 962.2 और ई पी रेशियों 64.07 है।

इनकी किस्मत ईव्हीएम में कैद

आज मतदान के साथ शहडोल लोकसभा क्षेत्र के 10 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीनों में बंद हो गया। इन उम्मीदवारों में बहुजन समाज पार्टी के धनीराम कोल, इंडियन नेशनल कांग्रेस के फुन्देलाल सिंह मार्को, भारतीय जनता पार्टी की श्रीमती हिमाद्री सिंह, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अनिल सिंह धुर्वे, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक के अमृत लाल सिंह उईके, छत्तीसगढ़ विकास गंगा राष्ट्रीय पार्टी की अभ्यर्थी डॉ. दुर्गावती भरिया, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के रविकरण सिंह धुर्वे, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के समर शाह सिंह गोंड के अलावा निर्दलीय केशकली बैगा तथा गुन्जान सिंह मैदान में थे। इनकी किस्मत आज वोटिंग मशीन में कैद हो गई।

जिलेवार निर्वाचन की जानकारी

शहडोल लोकसभा क्षेत्र में शहडोल जिले के 2 विधानसभा शामिल है। इनमें जयसिंहनगर और जैतपुर विधानसभा शामिल है। शहडोल जिले में 616 पोलिंग बूथ बनाए गए, जिनमे 5 लाख 5 हजार 241 मतदाता थे। जिले में 129 क्रिटिकल और 4 वल्नरेवल मतदान केंद्र बनाये गए।

सबसे ज्यादा अनुपपुर जिले के उम्मीदवार

लोकसभा चुनाव में जो 10 उम्मीदवार आमने सामने थे, उनमें सबसे ज्यादा उम्मीदवार अनुपपुर जिले के रहने वाले है। इनमें 8 दावेदार अनूपपुर जिले से तो वहीं एक-एक उम्मीदवार शहडोल और उमरिया जिले के रहने वाले हैं। शहडोल लोकसभा की 8 विधानसभा में 192 पूर्ण महिला प्रबंधकीय बूथ बनाए गए थे। जानकारी के मुताबिक मतदान के लिए अनूपपुर जिले में 45, शहडोल जिले में 51, उमरिया जिले में 66 और बड़वारा विधानसभा क्षेत्र में 30 पूर्ण महिला प्रबंधकीय बूथ बनाए गए थे। संसदीय क्षेत्र के कोतमा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 15, अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 20 और पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 10 पूर्ण महिला प्रबंधकीय बूथ बनाए गए हैं।

बसपा और गोंगपा भी मैदान में

भाजपा और कांग्रेस के बाद 2 अन्य प्रमुख पार्टियों में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का नाम शामिल है। बसपा ने अनुपपुर जिले के मेडियारास में रहने वाले धनीराम कोल को टिकट दिया है तो वहीं गोंगपा ने अनुपपुर जिले के बेनीबारी निवासी अनिल सिंह धुर्वे को चुनावी नाव में सवार किया है। अनुपपुर जिले की तीनों विधानसभा शहडोल संसदीय क्षेत्र में आती है। इनमें पुष्पराजगढ़ के 2 लाख 2 हजार 217 मतदाताओ को 273 मतदान केंद्रों में वोट करना था।कोतमा विधानसभा के 1 लाख 51 हजार 412 मतदाताओं के लिए 202 मतदान केंद्र तो अनुपपुर विधानसभा के 1 लाख 80 हजार 110 मतदाताओं ने इस महायज्ञ में हिस्सा लिया। उमरिया जिले की दोनों सीट शहडोल संसदीय क्षेत्र में शामिल है। मानपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 314 मतदान केंद्रों में 2 लाख 50 हजार 14 मतदाता शामिल है जबकि बांधवगढ़ सीट के 2 लाख 28 हजार 632 मतदाता 271 मतदान केंद्रों में वोट डालने पहुंच रहे हैं।

शहडोल में कई केन्द्रों पर मतदान का बहिष्कार

शहडोल जिले में कई जगह चुनाव के बहिष्कार करने की खबरें सामने आईं। जिले के बुढ़ार जनपद के गोडिन गांव में लोगों ने मतदान किया। वे चौडार नाले पर पुल नहीं बनने से नाराज हैं। इसी तरह ग्राम पंचायत खाम्हीडोल में 77 लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। वे इलाके में रोड नहीं होने से नाराज थे। उनका कहना है कि रोड नहीं तो वोट नहीं…इसके अलावा रामपुर और पड़रिया के लोगों ने भी मतदान का बहिष्कार किया। एसईसीएल ने ग्रामीणों को मुआवजा के साथ-साथ नौकरी नहीं दी। इसे लेकर ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन को आवेदन दिया, लेकिन किसी ने उनकी नहीं। इसी के चलते ग्रामीणों ने यहां अब तक वोट नहीं डाले हैं। दोनों गांव में 6 हजार के करीब मतदाता हैं।

व्हीलचेयर में बैठकर मतदान करने पहुंचे हरिदीन

बड़वारा विधानसभा के अंतर्गत ग्राम मझगवां निवासी 70 वर्षीय हरिदीन तोमर एक्सीडेंट के कारण पैर की हड्डी टूट जाने की वजह से अपने पुत्र कैलाश तोमर के साथ व्हील चेयर से मतदान केंद्र पहुंचकर किया अपने मताधिकार का प्रयोग। वार्ड नंबर 5 निवासी हरिदीन ने वोट डालकर कहा कि मतदान करना सभी का कर्तव्य है। मैने तो वोट कर दिया आप सब भी मतदान करें।

गर्मी और चिलचिलाती धूप के बाद भी मतदाताओं में दिखा उत्साह

तेज गर्मी और चिलचिलाती धूप के बावजूद मतदाताओं के उत्साह में कमी नजर नहीं आई। सुबह से ही कई मतदान केन्द्रों में वोटरों की कतारें दिखीं। शहडोल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्रों में मतदाताओं ने उमंग और उत्साह के साथ मतदान में हिस्सा लिया। बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के सभी 299 मतदान केंद्रों में सुबह से ही मतदाता मतदान करने मतदान केंद्र पहुंचने लगे थे, ताकि तेज गर्मी और चिलचिलाती धूप के प्रकोप से बच सके। इस बार मतदान केंद्रों में मतदाताओं के लिए छाया और पेयजल का समुचित प्रबंध किया गया है। मतदान दलों के साथ ही इस बार मतदाताओं के लिए छाया, शुद्ध शीतल पेयजल और बैठने के लिए बेहतर इंतजाम किए गए थे, जिससे मतदाता खुश दिखे। ग्राम मझंगवा के मतदान केंद्र क्रमांक 1 में महिला एवं पुरुष मतदाता अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए, जबकि हिरवारा के मतदान केंद्र 123 में भी निर्बाध मतदान होता रहा। यहां मतदाता उत्साह पूर्वक कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। इसी तरह उमरियापान के मतदान केंद्र क्रमांक 179 में मतदान करने मतदाता कतार में दिखे। इसी तरह मझगवां के मतदाता रमेश और हरिदीन ने उत्साह पूर्वक मतदान करने के बाद उपलब्ध व्यवस्थाओं और सुविधाओं की प्रशंसा की।

600 से ज्यादा पुलिस जवानों ने संभाला मोर्चा

लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा बल के जवान पूरे समय मुस्तैदी से जुटे रहे। केन्द्रों के बाहर किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए सशस्त्र पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। जिला पुलिस बल के साथ ही बाहर से आए एसएसबी के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे। एक दिन पहले यानि कल गुरूवार को पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने कृषि उपज मंडी परिसर में सुरक्षा बलों को ब्रीफ करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। निर्वाचन को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए एसएसबी, पुलिस, होमगार्ड तथा एसएएफ सहित लगभग 670 कार्मिकों की तैनाती रही।

मतदान के पहले हुई मॉकपोल की प्रक्रिया

मतदान शुरू होने के पहले मॉकपोल प्रक्रिया संपन्न कराई गई। बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के 299 मतदान केंद्रों में प्रात: 5.30 बजे से 6 बजे के बीच माकपोल शुरू हुआ और प्रात: 6.30 बजे तक माकपोल की प्रक्रिया संपन्न हो गई। इसके बाद सीआरसी की गई। इसके बाद 7 बजे से मतदान शुरू हो गया। मतदान केन्द्र में वास्तविक मतदान प्रारंभ करने के करीब डेढ़ घंटे पहले मॉक पोल दिखावटी मतदान किया गया। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मॉक पोल में कम से कम 50 मतों के होने और इसमे उम्मीदवारों के मतदान अभिकर्ताओं की मौजूदगी के नियम का पालन किया गया। माकपोल के बाद पीठासीन अधिकारियों ने मॉकपोल के परिणामों से मतदान अभिकर्ताओं को अवगत कराया।

निर्वाचन कंट्रोल रूम पहुंंचे कलेक्टर

कलेक्टर अवि प्रसाद ने आज सुबह कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित निर्वाचन कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं के संबंध में जरुरी दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने मतदान केन्द्रों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी की।

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