हाथ जोड़कर डॉक्टर से लूट:केबिन में पहुंचकर टेबल पर रख दी पिस्टल, पहले हाथ जोड़कर रुपए मांगे, डॉक्टर ने दिए 1 हजार तो पीटकर 15 हजार लूटे

ग्वालियर में एक अनोखे अंदाज में लूट हुई है। दो बदमाश जो नशे में थे हॉस्पिटल संचालक के केबिन में पहुंचते हैं। यहां एक बदमाश पिस्टल निकालकर उनकी टेबल पर रख देता है। पहले हाथ जोड़कर रुपए मांगता है। डॉक्टर घबराकर 1 हजार रुपए देता है, लेकिन बदमाश ज्यादा मांगता है।
डॉक्टर मना करता है तो बदमाश उसकी मारपीट कर पिस्टल अड़ाकर गल्ले से 15 हजार रुपए लूट ले जाते हैं। घटना रात 11.30 बजे की है। दोनों में से एक बदमाश दो महीने के लिए डॉक्टर के मेडिकल पर भी काम कर चुका है। लूट का CCTV फुटेज सामने आया है। पुलिस ने मामला जांच में लेकर एक आरोपी को हिरासत में लिया है। पर लूट की इस तरह की वारदात से डॉक्टर्स नाराज हैं।
नई सड़क स्थित ममता हॉस्पिटल में घुसकर दो हथियारबंद बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया। बदमाश कमर में पिस्टल लगाकर आए थे। केबिन में पहुंचकर पहले तो पिस्टल टेबल पर रखकर बदमाशों ने हॉस्पिटल संचालक व डॉक्टर गोपीचंद शिवहरे से पैसा मांगा। जब डॉक्टर ने इनकार किया तो सीने पर पिस्टल अड़ा दी, मारपीट की और गल्ले में रखे रुपए लूट ले गए। गल्ले में करीब 15 हजार रुपए रखे थे। वारदात के बाद बदमाश भाग गए। घटना की जानकारी डॉक्टर ने तत्काल पुलिस और अपनी एसोसिएशन को दी। पुलिस ने तत्काल हॉस्पिटल के CCTV कैमरे के फुटेज के आधार पर एक बदमाश को पकड़ लिया है। पकड़े गए बदमाश की पहचान आनंद राठौर के रूप में हुई है। वह कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा है। जेल से छूटते ही उसने यह वारदात कर दी। घटना के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के ग्वालियर इकाई के अध्यक्ष डॉ.प्रदीप सिंह राठौर अन्य डॉक्टरों के साथ जनकगंज पहुंच गए।
डॉक्टरों ने पुलिस को दी चेतावनी
डॉक्टरों ने पुलिस अफसरों को चेतावनी दी कि अगर सुबह तक बदमाश गिरफ्तार नहीं किए गए तो मंगलवार को सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे। रात में डॉक्टर और पुलिस अफसरों के बीच बहस भी हो गई। एसपी अमित सांघी ने बताया कि घटना के बाद क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया और रात में ही एक आरोपी फाड़ू उर्फ आनंद राठौर को पकड़ लिया गया है।
मैं रुपए नहीं देता तो वह गोली मार देते
ममता हॉस्पिटल के संचालक डॉ. गोपीचंद शिवपहरे ने बताया कि रात को मैं अपने चेंबर में बैठा हुआ था। इसी दौरान दो युवक आए। दोनों नशे में धुत्त थे, लेकिन शराब का नशा नहीं किए थे। वह कोई सूखा नशा करके आए थे। एक युवक ने कमर से पिस्टल निकालकर काउंटर पर रख दी। हाथ जोड़कर मुझसे बोला- जो कुछ है, हमारे हवाले कर दो। फिर उसने दूसरे युवक को पिस्टल निकालने के लिए कहा। दूसरे ने भी पिस्टल निकाल ली। दोनों ने चेंबर को अंदर से बंद कर लिया। कुर्सी से उठे और मेरी मारपीट शुरू कर दी। मेरे सीने पर पिस्टल अड़ाकर गोली मारने की धमकी दी। गल्ले में रखे रुपए लूटकर भाग गए। गल्ले में करीब 15 हजार रुपए रखे थे। इन बदमाशों में से एक युवक मेरे भाई के मेडिकल स्टोर पर काम कर चुका है। उसने अपना नाम आनंद राठौर बताया। उनके सिर पर खून सवार था। मैं उनकी बात नहीं मानता तो वह गोली मार देते।