सड़क सुरक्षा- जीवन रक्षा: वाहन चालकों को सुरक्षा का पाठ पढ़ाने सड़क पर उतरी पुलिस: सीट बेल्ट- हेलमेट, मास्क लगाने की दी हिदायत
छोटी लाइन चौराहे पर पुलिस ने शुरू किया सड़क सुरक्षा कार्य

जबलपुर, यशभारत। वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाने के लिए जबलपुर पुलिस सड़क पर उतर आई है। इसी के तहत छोटी लाइन चौराहे पर पुलिस ने वाहन चालकों को रोककर सीट बेल्ट, हेलमेट और मास्क लगाने के लिए प्रेरित किया। पहली बार समझाने के बाद पुलिस ने उन वाहन चालकों पर कार्रवाई की जो समझाने के बाद भी सड़क सुरक्षा का पालन नहीं कर रहे थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय अग्रवाल, यातायात थाना प्रभारी मोहन सिंह के नेतृत्व में आज छोटी लाइन चौराहे पर पुलिस ने कार चालक और दो पहिया चालकों को रोककर हेलमेट, सीट बेल्ट लगाने सहित मास्क लगाने की हिदायत दी। वाहन चालकों को सड़क-सुरक्षा के बारे में समझाया गया सुबह से दोपहर तक चालकों को समझाइश देकर निकलने दिया गया इसके बाद चालानी कार्रवाई की गई।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय अग्रवाल ने बताया सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाने का मुख्य कारण है कि वाहन चालकों को यातायात के नियम बताए जाएं। जो नियमों का पालन नहीं करते उन्हें इससे होने वाले नुकसान के बारे में उनको जागरूक किया जाए। हेलमेट दुपहिया वाहन के लिए कितना जरूरी है। सीट बैल्ट के बगैर गाड़ी चलाना जिंदगी खतरे में डालने जैसा है। शराब का सेवन करने पर हादसा हो सकता है। ऐसी सभी जानकारी वाहन चालकों को दी जा रही है। पुलिस आमजन लोगों से अपील कर रही है कि वह खुद, परिवार और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए यातायात नियमों का पालन अवश्य करे।
4 से 20 अगस्त तक चलेगा जागरूकता अभियान
बताया जा रहा है कि यातायात जागरूकता अभियान 4 से 20 अगस्त तक चलेगा। जिसके कई प्रकारण के कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस अभियान का उद्देश्य वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक कर उनकी दुर्घटना में होने वाली जान माल के नुक्सान को बचाना है।
ट्रक, डंपराें पर सख्त कार्रवाई
इस अभियान में बिना हेलमेट पहने दुपहिया वाहन चालकों, बिना सीटबेल्ट पहने चार पहिया वाहन चलाने वाले, वाहन चलाते समय फोन का उपयोग करने वाले, बिना नंबर के चलने वाले ट्रक, डंपर के खिलाफ कार्रवाई की जानी है। इन सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वह यातायात नियमों के प्रति खुद भी जागरूक हो और दूसरों को भी जागरूक करें। साथ ही यातायात नियमों का निष्ठापूर्वक पालन करें। इस अभियान का उद्देश्य तब ही सफल हो पाएगा, जब हमें चालान करने का मौका नहीं दिया जाए।