ग्वालियरमध्य प्रदेश

सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा:सिर्फ राजीनामा नहीं करने पर पूरे परिवार को हाथों में बंदूक लिए बदमाशों ने सड़क पर बेरहमी

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हाईवे से लगे केदारपुर में दो दिन पहले हुई मामूली बहस का बदला लेने बदमाशों ने जाटव परिवार पर हमला कर दिया। हमलावरों ने परिवार के बुजुर्ग, महिला, बच्चों तक पर रहम नहीं खाया है। जो मिला उसे घर से घसीटकर बाहर लाए और पीटा। घर के युवाओं को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। इतना ही नहीं सरियों, डंडों से तब तक पीटा रहा जब तक की वो बेहोश नहीं हो गए। घटना की सूचना मिलते ही झांसी रोड थाना पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद घायलों को JAH के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया है। हमले में 7 लोग घायल हुए हैं। 8 से 10 लोगों पर पुलिस ने मारपीट करने का मामला दर्ज किया है।

जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में इलाज कराते श्रीकांत के दादा।
जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में इलाज कराते श्रीकांत के दादा।

झांसी रोड के केदारपुर निवासी श्रीकांत जाटव पुत्र लटूरा जाटव का दो दिन पहले पास ही रहने वाले जसवंत गुर्जर से शराब के लिए पैसे ना देने पर विवाद हुआ था। इस मामले में श्रीकांत ने एक शिकायत भी पुलिस में की थी। जिससे आरोपी पक्ष नाराज था। मंगलवार को आरोपी जसवंत गुर्जर, दशरथ गुर्जर, लाखन गुर्जर, टीपू गुर्जर, सोनू गुर्जर, वकील गुर्जर, राहुल व अन्य ने राजीनामा करने के लिए जाटव परिवार पर दबाव बनाया। जब श्रीकांत तथा उसके परिजन ने राजीनामा करने से इनकार किया तो आरोपी विवाद करने लगे। विवाद बढ़ा तो हमलावरों ने श्रीकांत को घेरकर उसकी मारपीट कर दी।

जो बचाने आया उसे बेरहमी से पीटा

  • श्रीकांत की मारपीट होते देखकर अन्य परिजन जीवन लाल, गौरी, लटूरा, कृष्णकांत, भूरी जाटव उसे बचाने पहुंची तो हमलावरों ने उनको भी सड़क पर पटक-पटककर पीटा। महिलाओं और बच्चों को भी नहीं छोड़ा।

पहुंची पुलिस तो भागे हमलावर

  • वारदात का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन इससे पहले ही हमलावर फरार हो गए। पुलिस ने घायल परिवार के सदस्यों को इलाज के लिए भर्ती कराया है। TI झांसी रोड मिर्जा आसिफ बेग ने बताया है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जल्द वह पकड़े जाएंगे।

गांव में रहना मुश्किल

  • सब ने मिलकर एक साथ हम पर हमला कर दिया। उन्होंने बच्चों और महिलाओं तक को नहीं छोड़ा है। सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर हमें लाठियों, सरियों व बंदूक के बट से मारा है। महिलाओं ने बचाने का प्रयास किया तो उनके कपड़े तक फाड़ दिए। अब गांव में वापस जाने में दहशत है। पता नहीं लौटकर जाएंगे तो वह क्या करेंगे।

जीवनलाल जाटव, घायल

गाड़ी से उतरने तक नहीं दिया

  • मैं बाजार से घर लौट रहा था। हमलावरों में जसवंत, दशरथ और अन्य ने मुझे घेर लिया। गाड़ी तक से नहीं उतरने दिया। बंदूक के बट से और सरिया से मारा। मेरी गाड़ी के चार टुकड़े तक कर दिए। हमलावर अभी भाग गए हैं, लेकिन वह फिर हमला कर सकते हैं।

श्रीकांत जाटव, घायल

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