स्वतंत्रता दिवस यशभारत विशेष: देश का पहला केंद्रीय जेल जबलपुर बनेगा जिसमें आम लोग नेताजी की स्मृतियां देख सकेंगे
नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल संग्रहालय का होगा कायाकल्प

जबलपुर, यशभारत। इस साल का स्वतंत्रता दिवस जबलपुरवासियों के लिए सौगात और इतिहास के पन्नों में दर्ज होने वाला होगा। नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल जबलपुर देश का पहला ऐसा जेल बनने जा रहा है जहां पर आम व्यक्तियों को स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़ी चीजों का अवलोकन करने के साथ श्रदासुमन अर्पित करने का मौका मिलेगा। ये व्यवस्थाएं अभी तक देश के किसी भी जेल में नहीं है।
इसमें सबसे प्रमुख बात यह है कि जबलपुर सहित पूरे प्रदेश के लोगों को अब यह आसानी से पता चलेगा कि आजादी के पहले किस तरह से स्वतंत्रता सेनानियों को यातनाएं दी जाती है, सेनानियों ने जेल में कैसे गुजारे हैं इस तरह की तमाम जानकारी केंद्रीय जेल में मौजूद रहेगी। दरअसल केंद्रीय जेल के नेताजी सुभाषचंद्र बोस संग्रहालय का कायाकल्प होना इसके लिए जेल विभाग ने 50 लाख रूपए स्वीकृत किए हैं। इस राशि से संग्रहालय में नेताजी सुभाषचंद्र बोस से जुड़ी चीजों को रखा जाएगा।
नेताजी की जयंती पर खुल जाएगा संग्राहलय
23 जनवरी 2022 का दिन जबलपुर वासियों के लिए यादगार होगा। क्योंकि केंद्रीय जेल प्रबंधन नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जयंती मौके पर संग्रहालय का शुभारंभ करेगा। इस दिन से सभी आम लोगों के लिए जेल का संग्रहालय खुल जाएगा। यहां पर आने-जाने के लिए किसी भी तरह की रोक-टोक नहीं रहेगी।
संग्राहलय में ये देखने को मिलेगा
बताया जा रहा है कि केंद्रीय जेल के नेताजी सुभाषचंद्र बोस संग्रहालय में लोगों को नेताजी से जुड़ी हर एक वस्तु देखने मिलेगी। साथ ही आजादी के पहले जेल में किस तरह से स्वतंत्रता सेनानियों को यातनाएं दी जाती थी इसकी पूरी जानकारी रहेगी। अंग्रेजोें के समय कैदियों को यातनाएं देने के लिए किन चीजों का इस्तेमाल होता था यह भी लोगों को देखने के लिए रखा जाएगा।
एक संयोग ये भी है
संग्राहलय शुरूआत होने पर एक संयोग बन रहा है। दरअसल जेल अधीक्षक गोपाल ताम्रकार के रहते हुए 13 जनवरी 2007 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संग्रहालय का नामकरण नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने किया था। फिर से संग्रहालय सभी आम लोगों के लिए खुल रहा है इस वक्त भी जेल अधीक्षक गेपाल ताम्रकार ही है।
जबल
पुर सहित पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है किसी केंद्रीय जेल का संग्रहालय आम व्यक्तियों के लिए खुलेगा। संभवत: नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल जबलपुर देश का पहला जेल होगा जहां ऐसी व्यवस्थाएं शुरू हो रही हैं।
गोपाल ताम्रकार, जेल अधीक्षक नेताजी सुभाषचंद्र बोस