
भोपाल के शाहजहांनाबाद स्थित कैंट एरिया से पकड़ाया फर्जी आर्मी ऑफिसर अंकुर राघव 12वीं तक पढ़ा है। वह तीन बार सेना भर्ती में शामिल हुआ। लेकिन, हर बार फिजिकल टेस्ट में सीने की माप के दौरान फेल हो गया। इसके चलते तीनों ही बार सेना भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो गया। इसके बाद युवक ने सेना की जैसी वर्दी पहनना शुरू कर दिया। साथ ही सेना भर्ती देख रहे बेरोजगार युवाओं को ठगना शुरू कर दिया। यह खुलासा अंकुर ने शाहजहांनाबाद पुलिस को दिए बयान में किया है। गौरतलब है अंकुर राघव को रविवार शाम को कैंट एरिया के सिक्योरिटी चैक पोस्ट के अफसरों ने पकड़कर शाहजहांनाबाद पुलिस को सौंपा था।
फर्जी आर्मी ऑफिसर अंकुर राघव, रविवार को अनूप नाम के युवक को सेना के बड़े अफसरों से मिलवाने के बहाने कैंट एरिया में बाइक से गया था। कैंट एरिया की सिक्योरिटी चैक पोस्ट पर सेना की वर्दी में पहुंचे अंकुर से हेलमेट नहीं पहनने पर आईडी कार्ड मांगकर, जांच की गई। तब उसके फर्जी आर्मी ऑफिसर होने का खुलासा हुआ। इसके बाद आनन-फानन में सेना के अफसरों ने अंकुर को शाहजहांनाबाद पुलिस के हवाले कर दिया। अब पुलिस बेरोजगारों को ठगने के आरोपी अंकुर राघव से पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक सेना में भर्ती की तैयारी करने वाले युवकों को ठगने से पहले वह उनका भरोसा जीतता था। वह सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवकों से बात-चीत, मेल – मुलाकात भी सेना के अफसर के रूप में करता था। इसके लिए वह हमेशा सेना की वर्दी में रहता था।
जनिए ठग की पूरी कहानी
जालसाज अंकुर राघव 12वीं तक पढ़ा है। अंकुर के पिता किसान है। 12वीं के बाद सेना भर्ती में शामिल होने लगा। सीने का माप कम पड़ने के कारण तीन बार फिजिकल एग्जाम से बाहर कर दिया गया। बेरोजगारी की वजह से उसकी शादी भी नहीं हो रही थी। शादी करने के लिए पिता को बताया कि सेना में सेलेक्शन हो गया है और पोस्टिंग भोपाल में मिली है। लॉकडाउन की वजह से वह अभी छुट्टी पर है। ये सारी बात उसने आर्मी इंटेलीजेंस की पूछताछ में बताई। फिलहाल पुलिस अभी आरोपी के बैंक खाते की डिटेल निकाल रही है, जिससे ये पता चल सके कि अभी तक कितनों लोगों से ठगी कर चुका है। इसके अलावा पुलिस को कमरे की तलाशी में एक डायरी भी हाथ लगी है, जिसमें वो अपने लेन-देन का हिसाब रखता था। इसके अलावा वह 10 नवंबर को ही पिता बना है।
ठगी के पैसों का हिसाब किताब
आरोपी अपने सारे लेन-देन का हिसाब अपनी डायरी में लिखता था। डायरी में अंजलि के इलाज का भी हिसाब किताब लिखा है। अंजलि के बारे में पूछने पर बताया कि अंजलि उसकी पत्नी है जो कि बुलंदशहर में ही रहती है। अभी बीते 10 नवंबर को जालसाज अंकुर के बेटे का जन्म हुआ है।

जालसाज ने हेलमेट नहीं पहना, इसलिए आ गया पकड़ में
आर्मी में अनुशासन का खास ध्यान रखा जाता है। आरोपी अंकुर राघव रविवार को अनूप को बाइक से लेकर आर्मी एरिया शाहजहांनाबाद पहुंचा। चेक पोस्ट पर हेलमेट न होने की वजह आर्मी जवानों ने बाइक रोकी। इस पर वो रौब दिखाने लगा। संदेह होने पर जवानों ने सीनियर अफसरों को सूचना दी। पूछताछ करने पर जालसाज गुमराह करने कोशिश करने लगा। इस पर उससे ज्वाइनिंग लेटर और आईडी कार्ड मांगा गया। जो जांच में फर्जी पाया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अनूप को आर्मी एरिया घूमाने की बात कही।