साहित्य सेवा अलंकरण से सम्मानित हुए मथुरा जैन उत्साही

जबलपुर। संस्कारधानी में साहित्य और संस्कृति की अलख जगाने वाले मथुरा जैन उत्साही को उनकी 50 वर्षों की सतत साहित्यिक सेवाओं के लिए प्रसंग संस्था द्वारा ‘साहित्य सेवा अलंकरण’ से सम्मानित किया गया।अवसर था प्रसंग संस्था द्वारा आयोजित “उत्साही के उत्साह” समारोह का, जिसमें शहर के प्रतिष्ठित साहित्यकारों, कलाकारों और समाजसेवियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।समारोह में मुख्य अतिथि महाकवि आचार्य भागवत दुबे, गढ़ा रामलीला प्रमुख अशोक मनोध्याय, हास्य सम्राट के.के. नायकर, संदेश के संयोजक संदीप जैन, पूर्व विधायक विनय सक्सेना, नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, और व्यंग्यकार प्रतुल श्रीवास्तव मंचासीन रहे।वक्ताओं ने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर में आयोजित एक से बढ़कर एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, चिलमन मुशायरे और साहित्यिक गोष्ठियों के माध्यम से उत्साही ने नगर की पहचान पूरे देश में स्थापित की है।
प्रसंग संस्था की संस्थापक इंजीनियर विनोद नयन ने कहा —> “यह आयोजन न केवल उत्साही जी की उपलब्धियों का उत्सव है, बल्कि साहित्य, संस्कृति और सामाजिक सरोकारों में उनके योगदान को सम्मानित करने का प्रयास भी है।”
समारोह के दूसरे सत्र में नगर के वरिष्ठ एवं नवोदित रचनाकारों — निर्मला तिवारी, एड. तृप्ति त्रिवेदी, कृष्णा राजपूत, इंदू सिंह कंचन, प्रीति नामदेव, तरुणा खरे, प्रभा श्रीवास, मंजू चौकसे, भारती दुबे, विजेंद्र उपाध्याय, कामना कौस्तुभ, सुशील श्रीवास्तव, प्रकाश ठाकुर, सुभाष मणि बैरागी, डॉ. विनोद बाजपेई, प्रकाश गुप्ता, डॉ. गीता पांडे, डॉ. मुकुल तिवारी, कुंजीलाल चक्रवर्ती, चंद्रप्रकाश वैश्य आदि ने मनमोहक काव्य पाठ किया।समारोह में शब्दरथ, साहित्य संसार, काव्य कलश, सजल इकाई जबलपुर, गुंजन कला सदन, गढ़ा रामलीला समिति और अंतस सहित विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन इंजी. विनोद नयन एवं डॉ. विनीता पांडेय विनीत ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन डॉ. संध्या पाठक ने किया।







