हाई वोल्टेज ड्रामा : विधायक के इस्तीफा के बाद टीआई और डॉक्टर पर गिरी गाज, विधायक ने लिया इस्तीफा वापस

सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो) / जिले के देवरी क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज BJP विधायक बृजबिहारी पटेरिया द्वारा इस्तीफा की पेशकश के बाद हरकत में आई प्रदेश सरकार, भाजपा और स्थानीय प्रशासन द्वारा शिकायत पर कार्यवाही शुरू होने के साथ विधायक पटेरिया ने अपना इस्तीफा वापिस ले लिया है। इस्तीफा के घटनाक्रम और थाने के सामने धरना देने के मामले में प्रशासन ने कार्यवाई करते हुए केसली थाना प्रभारी अजय बेगा को लाईन हाजिर कर दिया है। वही डॉक्टर को भी सस्पेंड करते हुए फिर दर्ज करने की आदेश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि देवरी क्षेत्र से भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने कल गुरुवार की रात को प्रदर्शन के दौरान विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। सर्पदंश के एक मामले में डाक्टर द्वारा 40 हजार की रिश्वत लेने की रिपोर्ट लिखाने विधायक थाने गए थे। लेकिन थाना प्रभारी द्वारा रिपोर्ट लिखने से इनकार करने पर इस्तीफा देते हुए थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए थे। देर रात एफआईआर लिखे जाने के बाद उन्होंने इस्तीफा वापिस ले लिया था।
विधायक बृज बिहारी पटेरिया के इस्तीफा का पत्र सोशल मीडिया में वायरल होते ही कांग्रेस पार्टी ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे लेकर तूल दे दिया था। जिले के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने भी इस मामले में नाराजगी जताई थी। इस बात को लेकर सरकार और संगठन में बैठे शीर्ष स्तर पर हड़कंप मच गया था और प्रशासन को मामले में कार्यवाही की निर्देश दिए गए थे।
शिकायत के अनुसार डॉ दीपक दुबे चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केसली के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के एवज में राशि मांगने के प्रकरण की जांच करने के लिए कलेक्टर संदीप जी आर के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर ममता तिमोरी के द्वारा तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। गठित जांच दल उक्त प्रकरण की जांच कर 7 दिवस में अपना जवाब प्रस्तुत करेगा। जांच दल में डॉ. जे.एस. धाकड़ डी.एच.ओ 1 स्थानीय कार्यालय सागर, डॉ. जी.पी. आर्य डी. एच.ओ.-3 स्थानीय कार्यालय सागर एवं डॉ. विपिन खटीक अर्बन नोडल अधिकारी जिला सागर को शामिल किया गया है। इसके अलावा डॉ दीपक दुबे चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केसली के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होने के संबंध में भी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है।
यश भारत के संभागीय ब्यूरो को मिली जानकारी में बताया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र केसली जिला सागर में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक दुबे के द्वारा द्वारा सर्प के काटने से मृतक स्व धनसींग यादव उम्र 70 वर्ष के, पोते रोहित यादव से पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने के एवज मे मृतक के परिजनों को मिलने वाली सहायता रात्रि 4 लाख रूपये की 10 प्रतिशत राशि यानी 40 हजार रुपए की मांग की गई थी।
राशि न देने की स्थिति में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सर्प के काटने से मृत्यु का उल्लेख न कर नार्मल रिपोर्ट थाना में भेजने को कहा गया था। उक्त राशि न देने के कारण डॉ दुबे के द्वारा मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सर्प काटने से मृत्यु होना न लिख कर नार्मल मृत्यु की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई थी। इसी को लेकर संबंध मे मृतक के पोते श्री रोहित यादव के द्वारा पुलिस थाना केसली में डॉ दीपक दुबे के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।