सांप ने डसा, इकलौता चिराग बुझा:6 साल के मासूम ने रस्सी समझकर सांप पर रख दिया पैर, डसते ही तड़पकर गिर पड़ा

ग्वालियर के भितरवार में रस्सी समझकर एक 6 साल के मासूम का पैर जहरीले सांप पर पड़ गया। बच्चे का पैर पड़ते ही सांप ने पलटकर उसके पैर में डस लिया। मासूम वहीं तड़पते हुए जमीन पर गिर पड़ा। पास ही किचन में खाना बना रही मां ने यह सब देखा तो तत्काल परिजन को सूचना दी। मासूम को लेकर पहले डबरा फिर ग्वालियर के अस्पताल पहुंचे। पर डॉक्टरों ने जवाब दे दिया।
कुछ ही देर में मासूम का शरीर नीला पड़ता चला गया। एक नहीं शहर के कई अस्पतालों में पहुंचे, लेकिन इकलौता चिराग रोशन नहीं हो सका। घटना सोमवार रात की है। मंगलवार को मासूम का अंतिम संस्कार किया गया है। पुलिस को भी मामले की सूचना मिली है।
ग्वालियर के भितरवार सर्कल स्थित बेला गांव निवासी संदीप सिंह रावत का इकलौता बेटा 6 वर्षीय नील रावत पूरे परिवार की जान था। रावत परिवार का वह इकलौता बारिश था। कभी किसी बात की उसे कमी नहीं थी। पर सोमवार की रात रावत परिवार के लिए काली रात साबित हुई। संदीप की पत्नी पूजा किचन में खाना बना रही थी। मासूम घर के आंगन में खेल रहा था। इसी समय मां ने नील को आवाज लगाई। वह खेलते हुए मां के पास जा रहा थ। आंगन से किचन के बीच गैलरी पड़ती है। यहां एक जहरीला सांप बैठा था। मासूम ने उसे रस्सी समझकर पैर रख दिया। मासूम के पैर रखते ही सांप ने उसे काट लिया। इसके बाद वह जोर से चीखा और वहीं तड़पने लगा। आवाज सुनकर मां वहां पहुंची तो बेटा जमीन पर तड़प रहा था और एक काला सांप लहराता हुआ जा रहा था। तत्काल घर के सदस्यों को घटना से अवगत काराया। संदीप व अन्य सदस्य नील को लेकर ग्वालियर के अस्पताल पहुंचे, लेकिन सांप इतना जहरीला था कि कुछ ही मिनटों में बच्चे का शरीर नीला पड़ने लगा। बेबस पिता और अन्य परिजन उसे लेकर शहर के कई अस्पताल में पहुंचे, लेकिन बच्चे को बचा नहीं सका। इसके बाद रात भर बच्चे को बाबा-हकीम को भी दिखाया। पर कोई सांप के जहर को काट नहीं सका। मंगलवार दोपहर मासूम का अंतिम संस्कार किया गया है।
मां का रो-रोकर बुरा हाल
- नील संदीप और पूरा रावत का इकलौता बेटा था। शादी के बाद बड़ी मन्नत मांगने के बाद उसका जन्म हुआ था। इसलिए वह मां-पिता, दादा-दादी सभी का लाड़ला था। वह कोई चीज मांगता था तो तत्काल उसे मिल जाती थी। पर रावत परिवार को यह नहीं पता था कि वह इस तरह छोड़कर चला जाएगा।