सर्वर डाउन होने से विद्यार्थियों की बढ़ी समस्या : कालेज में प्रवेश के लिए आनलाइन हो रहे पंजीयन,धीमा चल रहा सर्वर

सिवनी यश भारत-आईटीआई समेत अन्य कालेजों में प्रवेश पाने के लिए आनलाइन फार्म भरे जा रहे हैं। लेकिन इस प्रक्रिया में छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है।
नेटवर्क, पोर्टल का सर्वर डाउन होने और साफ्टवेयर की समस्या के कारण आनलाइन फार्म भरने में छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिले में दस हजार से अधिक छात्रों को प्रवेश का फार्म भरना है। वहीं प्रवेश के लिए आनलाइन पंजीयन कराने के लिए छात्रों के पास अब केवल पांच दिनों का समय रह गया है। क्योकि 20 मई तक ही प्रवेश के लिए आनलाइन पंजीयन होना है। कालेज में प्रवेश के लिए पंजीयन कराने के दौरान कई छात्रों का पंजीयन करने के अंतिम चरण में सर्वर डाउन होने से पंजीयन पूरा नहीं हो पा रहा है। सर्वर की समस्या के कारण फार्म भरने में दिक्कतें आ रही है। छात्र प्रमोद, राकेश व छात्रा सुरभी पांडे ने बताया कि कई बार फार्म भरने में अंतिम समय में सर्वर डाउन हो जाता है। इसके अलावा एबीसी आईडी भी आसानी से जनरेट नहीं हो रही है। इस बार उच्च शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेश प्रक्रिया में किए गए बदलाव के तहत प्रवेश के लिए छात्र-छात्राओं को ईमेल आइडी, एबीसी रजिस्ट्रेशन, समग्र आइडी, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, 10 वीं और 12 वीं की मूल या आनलाइन अंक सूची, जाति, संवर्ग, अधिभार, अन्य राज्यों के छात्रों को विश्वविद्यालय से पात्रता प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र नंबर के साथ, पहली बार अपना विधानसभा क्षेत्र की जानकारी भी देनी पड़ रही है। प्रवेश के लिए इस साल दो मुख्य और एक सीएलसी राउंड निर्धारित किए गए हैं।
छात्राओं को पहले राउंड में फ्री व दूसरे-तीसरे राउंड में 350 रुपये की छूट दी जाएगी। दस्तावेजों के सत्यापन के लिए महाविद्यालय में हेल्प सेंटर बनाया गया है।वहीं कन्या महाविद्यालय में बनाए गए हेल्प सेंटर में बड़ी संख्या में छात्राएं जानकारी लेने पहुंच रही हैं।जिले में माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा आयोजित की गई बारहवी की परीक्षा में दर्ज 11953 छात्र-छात्राओं में से 11908 ने परीक्षा दी थी। इसमें से प्रथम श्रेणी में 5457 छात्र, 2450 द्वितीय और सात छात्र तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।
इस प्रकार कुल 7914 छात्र पास हुए थे। इसके अलावा 1685 छात्रों को पूरक की पात्रता आई है।छात्रों को अधिकतम 10 कालेज की च्वाइस फिलिंग का मौका मिल रहा है। साथ ही अपग्रेडेशन का विकल्प भी मिल रहा है। वर्तमान में जिले में 1998 छात्र-छात्राएं 12 वीं में पूरक प्राप्त हैं। ऐसे पूरक प्राप्त विद्यार्थियों को भी प्राविधिक प्रवेश के लिए पंजीयन कराना अनिवार्य है। प्रवेश प्रक्रिया के सीएलसी चरण तक आवेदकों के पूरक परीक्षा परिणाम घोषित न होने की स्थिति में पूरक प्राप्त विद्यार्थियों को महाविद्यालय में स्थान रिक्त होने की स्थिति में प्रावधिक प्रवेश दिया जाएगा।