जबलपुरमध्य प्रदेश

समा पॉयलेट प्रोजेक्ट : 186 विवाहिताओं के घर टूटने से बचाएं

पुलिस कप्तान सिद्धार्थ बहुगुणा की रंग लाई मेहनत , 482 प्रकरण में जबलपुर पुलिस ने ऑनलाइन कराई मध्यस्थता

जबलपुर, यशभारत। जबलपुर पुलिस कप्तान सिद्धार्थ बहुगुणा के मार्गदर्शन में जिले के 33 थानों में संचालित ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क के माध्यम से समा पॉयलट प्रोजेक्ट ई-मीडिएशन के सहयोग से 186 विवाहिताओं के घर टूटने से बचा लिए गए । इतना ही नहीं 482 प्रकरण में जबलपुर पुलिस ने ऑनलाइन मध्यस्थता कराकर समाज को एक नई पे्ररणा दी है।
माननीय मुख्य न्यायधीश मोहम्मद रफ ीक, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर, संरक्षक म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर, के द्वारा शुभारंभ किये गये पायलट प्रोजेक्ट समा में पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धाथ बहुगुणा के कुशल नेतृत्व में अब तक जिले के कुल 1901 प्रकरण जिनमें पारिवारिक विवाद, पड़ोसियों के झगडे, मकान मालिक एवं किरायेदार, संबंधित सामाजिक मामूली झगडों एवं व्यापार से संबंधित विवाद, तनावपूर्ण एवं रिश्तों से खटास से उत्पन्न होने वाले मामलों को इस प्रोजेक्ट के माध्यम से जिले के 33 थानों मे संचालित ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क के माध्यम से ऑनलाईन मध्यस्थता के लिये भेजा गया, जिसमें 218 पारिवारिक विवाद, 78 पड़ोसियों से संबंधित विवाद तथा 186 ससुराल पक्ष की प्रताडऩा से संबंधित विवाद के प्रकरणों सहित 482 प्रकरणों में समझौता की प्रकिया से समाधान किया गया।

7 दिन में ऑनलाईन मध्यस्थता से सुलझाया जाता है विवाद
यह संपूर्ण प्रक्रिया अत्यंत गोपनीय एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के अनुभवी मीडिएटर से कराई जाती है। समा के तकनीकी सहयोग से मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण इस प्रोजेक्ट का संचालन कर रहा है । जिसमें उर्जा डेस्क के मध्यस्थता वाले प्रकरण को 7 दिवस में ऑनलाईन मध्यस्थता से सुलझाया जाता है। दोनों पक्षकारों के बीच सौहार्द्रपूर्ण वातावरण स्थापित कर घर में रहते हुये फ ोन के माध्यम से उनके प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया जाता है। यह प्रकिया सुरक्षित कुशल एवं सम्पर्क मुक्त है।

ग्वालियर, भोपाल एवं जबलपुर में संचालित
जिले के ऊर्जा डेस्क प्रभारी थाने में आने वाली समाधान योग्य शिकायतों को मध्यप्रदेश कानूनी सेवा के संरक्षण में ऑनलाइन मध्यस्थता के समा पोर्टल में भेजते हैं, जिसका समा टीम द्वारा एंड टू एंड मैनेजमेंट किया जाता है। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य तकनीकी भागीदारी से सरल, सहज, एवं त्वरित न्याय प्रदान करना है। यह योजना वर्तमान में मध्य प्रदेश के प्रमुख तीन शहर ग्वालियर, भोपाल एवं जबलपुर में ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क के साथ संयुक्त रूप से संचालित की गई है।

ये सुलझाए गए प्रकरण
थानों में संचालित महिला हेल्प डेस्क की संख्या -33
कुल प्राप्त प्रकरण -1901
पारिवारिक विवाद-218
पड़ोसियों से विवाद-78
ससुराल पक्ष की प्रताडऩा से संबंधित विवाद -186
कुल आपसी राजीनामा- कुल आपसी राजीनामा – 482

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