यशभारत सिवनी, धूमाl यदि हम टोल का पैसा दे रहे हैं तो उम्मीद करते है कि रोड अच्छी होनी चाहिए। मगर यहां सब कुछ उल्टा है लखनादौन से सिवनी 60 किलोमीटर दूरी तय करने में 3 घंटे लग जाते हैं
यह कहते हुए ट्रक ड्राईवर राजा की आवाज थोड़ी तल्ख हो जाती है वो कहते हैं कि में 2017 से ड्राइविंग कर रहा हूंlजबलपुर से नागपुर रेगुलर चलता हूं। जितना समय लखनादौन से छपरा पहुंचने में लगता है उतने समय में जबलपुर से लखनादौन आ जाता हूं। लखनादौन टोल में लगभग 500 रुपए लगते हैं लेकिन मेंटनेश तो बिल्कुल भी नहीं हैं। फिर किस बात का टोल लेते है l
आप सभी को बता दे कि हालही में सुप्रीम कोर्ट ने नैशनल अथॉरिटी ऑफ इंडिया NHAI की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा है कि अगर सड़के खराब और उसमें जगह जगह गड्ढे हैं तो लोगों को टोल टैक्स देने पर मजबूर नहीं किया जा सकता है l
ओवर लोड वाहनों से अधिक शुल्क लेने के चक्कर में लखनादौन टोल पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है जिससे वाहनों का अत्यधिक डीजल पैट्रोल जलता है और नागरिकों को परेशानियां का सामना करना पड़ रहा हैl
बताया जाता है कि यह मध्यप्रदेश का सबसे लंबा हाइवे है सभी कहते है कि कश्मीर से कन्याकुमारी जाता है ये हाइवे लेकिन इतना घटिया रोड हैं ,अगर किसी वाहन का पहिया गड्ढे में चला जाता होगा तो उसका बहुत ज्यादा नुकसान होता है। काई हिस्से से डामर उखाड़ चुका है। काई जगह रोड के बीच में दरारें पड़ गईं हैं इसके बाद भी लखनादौन टोल टैक्स की वसूली बदस्तूर जारी हैl ये भी पता चलता हे कि मध्यप्रदेश के लखनादौन टोल टैक्स पर करोड़ों रुपयों का टोल टैक्स वसूल किया जा रहा है। यानी हर महीने राहगीर करोड़ों का रोड टैक्स चुका रहे हैं। इसके बाद भी सड़क कि ये स्थिति है।
जब गड्ढों में तब्दील सड़क के विषय पर इनविट कम्पनी लखनादौन टोल मैनेजर हेमन्त राजपूत से फोन पर चर्चा की तो उनका कहना है कि रोड का ठेका हमने मीनाक्षी कंपनी को दे दिया हैl उनका काम है रोड सुधार कार्य करना। हमारा कार्य सिर्फ टोल टैक्स वसूली करना है। आप रोड की विषय को लेकर मीनाक्षी कंपनी के ठेकेदार से चर्चा करे।
मीनाक्षी कंपनी के पेट्रोलिंग सुपरवाइजर दिनेश ठाकुर से जब चर्चा की तो उनका कहना है हमारा टेंडर छापर से मड़ई टोल रोड का टेंडर नहीं है वो दूसरी कंपनी का ठेका है। हमारा जहां ठेका है वहां रोड का सुधार कार्य चालू है।
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