शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त होने से मचा हडक़म्प
स्कूलों की बजाए जिला पंचायत सहित अन्य विभागों में ड्यूटी दे रहे आधा सैकड़ा से ज्यादा शिक्षक
कटनी, यशभारत। जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह के एक आदेश से शिक्षा विभाग एवं शिक्षकों में हडक़ंप मचा हुआ है। डीईओ ने शिक्षा एवं अन्य विभागों में शिक्षकों के अटैचमेंट को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश से करीब आधा सैकड़ा से अधिक शिक्षक प्रभावित हुए हैं, जो सालों से अध्यापन की बजाय अटैचमेंट कराकर आराम की नौकरी करते हुए नेतागिरी कर रहे थे। डीईओ ने आदेश में यह भी कहा है कि इस आदेश के बाद भी यदि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में संलग्न किया जाता है और उनका वेतन भुगतान किया जाता है तो इसके लिए संबंधित संकुल प्राचार्य और विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार होंगे। सूत्रों के मुताबिक जिले में करीब आधा सैकड़ा से अधिक शिक्षक ऐसे हैं, जो पिछले कई सालों से स्कूलों की बजाय जिला शिक्षा विभाग और अन्य विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इनमें से कई तो ऐसे हैं, जो अटैचमेंट के नाम पर केवल राजनीति कर रहे हैं। जिला पंचायत, एसडीएम कार्यालय सहित अन्य विभागों में अटैचमेंट कराकर कतिपय शिक्षक आरामतलबी की नौकरी कर रहे हैं। इससे स्कूलों में अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है और इसका सीधा असर बच्चों पर पड़ रहा है। जिससे रिजल्ट खराब हो रहा है। यही कारण है कि लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के आयुक्त ने इस खबर को गंभीरता से लेते हुए शिक्षकों के अटैचमेंट को समाप्त करने का निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक कुछ समय पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इसको संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए थे। अब देखना है कि डीईओ के आदेश के बाद कितने शिक्षक अपनी मूलपदस्थापना पर वापस लौटते हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी ने जारी किया ये आदेश
आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय मप्र भोपाल के पत्र के परिपालन में कटनी जिलांतर्गत विभाग के अथवा अन्य विभाग के किसी भी कार्यालय में शासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकीय संवर्ग के लोकसेवकों को यदि संलग्न या आसंजित किया गया है, तो ऐसे समस्त शिक्षकों के संलग्न व आसंजन के सभी आदेशों को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाकर उन्हें मूल पदस्थापना में अध्यापन कार्य कराये जाने हेतु कार्यमुक्त किया जाता है। उक्त आदेश के पश्चात जिलांतर्गत शासकीय विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में यदि संलग्न व आसंजन किया जाता है तो संबंधित का वेतन भुगतान होने पर संबंधित संकुल प्राचार्य विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी उत्तरदायी होंगे।