शादियों में बुक बसें, सफर के लिए मुसाफिर परेशान अन्य साधनों से गंतव्य तक पहुंचने की मजबूरी

कटनी, यशभारत। खरमास समाप्त होते ही शादियों का सीजन शुरू हो गया है। इसका असर बसों में देखा जा रहा है। बस स्टैंड में इस समय यात्रियों की भीड़ ज्यादा है। बसें खचाखच चल रही हैं। ऐसे में यात्रियों की परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि एक माह के विराम के बाद 14 अप्रैल से वैवाहिक कार्यक्रम फिर शुरू हो गए हैं। बुधवार को अधिक लग्न होने की वजह से ज्यादातर बसें बारात की बुकिंग में रहीं। इस वजह से दोपहर बाद से बसों की कमीं स्टैंड में दिखी। ऐसे में लोग यात्रा के लिए परेशान रहे।
जून माह तक मुहूर्त
शादियों के मुहूर्त अब जून माह तक हैं। 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। जानकारी के अनुसार गर्मी के सीजन में ज्यादा शादियां होती हैं। विवाह के साथ ही अन्य मांगलिक कार्य भी खरमास समाप्त होने के बाद शुरू हो गए हैं।
बस स्टैंड में पेयजल का इंतजाम नहीं
गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में पेयजल की डिमांड बढ़ गई है। वैवाहिक सीजन की वजह से बस स्टैंड में यात्रियों की भीड़ भी ज्यादा है। लेकिन यहां पेयजल को लेकर इंतजाम नहीं किए गए हैं। यात्रियों को बोतल का पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को समस्या हो रही है।
ट्रेनों में भी वेटिंग
वैवाहिक सीजन का असर बसों के साथ ही ट्रेनों में भी दिख रहा है। सभी गाडय़िों में भीड़ ज्यादा है। लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को वेटिंग के चलते परेशानी हो रही है।
कटनी, यशभारत। खरमास समाप्त होते ही शादियों का सीजन शुरू हो गया है। इसका असर बसों में देखा जा रहा है। बस स्टैंड में इस समय यात्रियों की भीड़ ज्यादा है। बसें खचाखच चल रही हैं। ऐसे में यात्रियों की परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि एक माह के विराम के बाद 14 अप्रैल से वैवाहिक कार्यक्रम फिर शुरू हो गए हैं। बुधवार को अधिक लग्न होने की वजह से ज्यादातर बसें बारात की बुकिंग में रहीं। इस वजह से दोपहर बाद से बसों की कमीं स्टैंड में दिखी। ऐसे में लोग यात्रा के लिए परेशान रहे।
जून माह तक मुहूर्त
शादियों के मुहूर्त अब जून माह तक हैं। 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। जानकारी के अनुसार गर्मी के सीजन में ज्यादा शादियां होती हैं। विवाह के साथ ही अन्य मांगलिक कार्य भी खरमास समाप्त होने के बाद शुरू हो गए हैं।
बस स्टैंड में पेयजल का इंतजाम नहीं
गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में पेयजल की डिमांड बढ़ गई है। वैवाहिक सीजन की वजह से बस स्टैंड में यात्रियों की भीड़ भी ज्यादा है। लेकिन यहां पेयजल को लेकर इंतजाम नहीं किए गए हैं। यात्रियों को बोतल का पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को समस्या हो रही है।
ट्रेनों में भी वेटिंग
वैवाहिक सीजन का असर बसों के साथ ही ट्रेनों में भी दिख रहा है। सभी गाडय़िों में भीड़ ज्यादा है। लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को वेटिंग के चलते परेशानी हो रही है।
