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मध्य प्रदेश

विधानसभा चुनाव में मिली पराजय को लेकर कांग्रेस का भोपाल में मंथन, डेढ़ दर्जन जयचंदों के नाम पहुंचे भोपाल!

 

कटनी, यशभारत। विधानसभा चुनाव में पराजय के कारण जानने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी द्वारा कल भोपाल में बुलाई गई बैठक में कांग्रेस प्रत्याशियों ने खुलकर दिल के गुबार निकाले। कटनी के चार में से तीन विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों ने साफ कहा कि चुनाव में वे अकेले जूझते रहे। संगठन को मैदान पर जिस भूमिका का निर्वाह करना चाहिए था, वह तो कहीं नजर ही नहीं आई। जिन लोगों ने चुनाव के दौरान प्रत्याशी के विरोध में काम किया उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाना चाहिए, ताकि लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों को रोका जा सके।

जानकारी के मुताबिक कांग्रेस प्रत्याशियों ने चारों विधानसभा क्षेत्रों से लगभग डेढ़ दर्जन ऐसे नेताओं के नाम पीसीसी चीफ को सौंपे हैं, जो खुलकर पार्टी को हराने में लगे रहे। चुनाव के दौरान इनकी संदिग्ध गतिविधियों के आडियो और वीडियो प्रमाण भी सौंपे गए हैं। प्रदेश नेतृत्व ने प्रत्याशियों को आश्वस्त किया है कि ऐसे लोगों को भविष्य में न तो कोई पद दिया जाएगा और न ही कोई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए एक माह से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन कांग्रेस पराजय के कारण तलाशने में लगी है। कारण इसलिए खोजे जा रहे हैं ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में गलतियों को दूर किया जा सके। शनिवार को राजधानी भोपाल में हुई बैठक में हार पर मंथन के साथ कांग्रेस के 138 वे स्थापना दिवस पर सहयोग निधि जमा कराने और लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। कटनी जिले से इस बैठक में मुड़वारा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी मिथलेश जैन, विजयराघवगढ़ के कांग्रेस प्रत्याशी नीरज सिंह बघेल तथा बहोरीबंद के उम्मीदवार सौरभ सिंह शामिल हुए। बड़वारा के प्रत्याशी बसन्त सिंह निजी वजहों से बैठक में शामिल नही हो पाए। बैठक में बारी बारी से विस्तार से सभी को अपनी बात रखने का मौका मिला। कटनी के सभी प्रत्याशियों ने साफ कहा कि टिकट देने के बाद संगठन ने पूरा इलेक्शन उन्ही के भरोसे छोड़ दिया। स्थानीय स्तर के बड़े नेता केवल रस्म अदायगी करते रहे। केवल बरही में कमलनाथ की सभा को छोडक़र बाकी तीनों विधानसभा क्षेत्रों में किसी बड़े नेता ने समय नही दिया। लोकसभा चुनाव में अभी समय है। ये सारी स्थिति सुधारी जाना चाहिए नही तो लोकसभा इलेक्शन में भी विधानसभा जैसा हश्र होगा। सुझाव दिया गया कि जिन्होंने विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी की है उन्हें संगठन में स्थान नही दिया जाना चाहिए।जिले के सभी प्रत्याशियों ने यह बात जोर देकर कही की पार्टी के विरोध में काम करने वाले लोगों के जो नाम सामने आए हैं उनमें से 2.4 के खिलाफ भी एक्शन हो जाएगा तो समर्पित कार्यकर्ताओं का मनोबल बढेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मामले में स्पष्ट किया कि कुछ को बाहर का रास्ता दिखाएंगे और कुछ को पद नही देंगे।

भाजपा ने मैन्युप्लेशन करके चुनाव जीता

मुड़वारा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार मिथलेश जैन ने भोपाल में आयोजित बैठक में वोटिंग मशीन का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने मैन्युप्लेशन करके चुनाव जीता है। मतदान के बाद सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों से लेकर जनता के हर वर्ग के लोग जीत की बधाई देने लगे थे, क्योंकि माहौल कांग्रेस के पक्ष में नजर आ रहा था। जनता ने जब कांग्रेस को वोट दिया है तो वो वोट गया कहां। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने स्वयं हार की पीड़ा को व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इस सिलसिले में चीजों को आगे बढ़ा रहा है और चुनाव आयोग से लेकर सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में ये बात लाई जा रही है। लगभग 5 घण्टे चली मैराथन बैठक में प्रत्याशियों ने खुलकर अपनी बात रखी।

पार्टी को चंदे की जरूरत

लोकसभा चुनाव के पहले पार्टी की आर्थिक स्थिति मजबूत करने कार्यकर्ताओं से चंदा एकत्रित किया जा रहा है। बैठक में इस काम में भी सक्रियता के साथ जुटने का आव्हान किया गया। कांग्रेस जिलाध्यक्षों और प्रत्याशियों से 1 लाख 38 हजार 800 रुपये व पार्षदों से 13800 रुपये डोनेशन लिया जा रहा है। इसी तरह हर बूथ पर पांच नेताओं से 138-138 रुपये की सहयोग राशि ली जा रही है। इसके अलावा मोर्चा संगठनों और पदाधिकारियों को भी टारगेट दे दिया गया है। लोकसभा चुनाव के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में प्रभारी बनाये जा रहे हैं, जो मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर नजर रखेंगे और उम्मीदवार के चयन को लेकर भी सबके साथ चर्चा कर सुझाव देंगे। बैठक में यह बात भी साफ तौर पर निकलकर आई कि जिन नेताओं के बूथों से पार्टी हारी है उन्हें भी भविष्य में पद न दिए जाएं।

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