विकास और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में मध्यप्रदेश बने मिसाल – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल यश भारती
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों को जन कल्याण एवं नामांकन के लिए बेहतर दृष्टि प्रदान करने का दायित्व दिया गया है। इससे संबंधित विभिन्न कठिनाइयां दूरदर्शी और कच्चे कसावट के साथ लोगों को सरलता से सीक प्राप्त होंगी। सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने मुख्यालय के साथ ही फील्ड में भी पर्याप्त समय की आवश्यकता, आवश्यकता अनुसार रात्रि विश्राम कर जनता के काम-काज को प्रभावित करने वाली प्रभावी कार्रवाई करें। मज़हब की मिल विनोद और एडवरट की हुकुमचंद मिल के नाम से जाना जाता है। इसी तरह की समानता की जेसी मिल के अलॉटमेंट को भी यह लाभ दिलवाने के लिए रोडमैप देखें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अधिकारियों से कहा कि ऐसा कार्य होना चाहिए जिससे मध्य प्रदेश में विकास और कानून व्यवस्था की मिसाल कायम की जा सके। आगामी 20 – 25 वर्ष की आवश्यकताओं पर ध्यान दिया जाएगा और लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कागजात से प्राप्त होने वाली फर्म का समय निर्धारित हो। अधिकारी-कर्मचारियों के रात्रि विश्राम के निर्धारित कार्यक्रम का भी पालन हो। नगर से ग्राम तक नागरिकों को सरलता से सागर दिलवाने का कार्य होना चाहिए। फ्रेंचाइजी में वरिष्ठ अधिकारी सेतु की भूमिका निभाएंगे। गठबंधन के साथ गठबंधन से शासन की परिभाषा को लागू करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अधिकारी अचानक दौरा करेंगे, तो जनता को अच्छा लगेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मंत्रालय सभाकक्ष में एक बैठक में दसों प्रधानमंत्रियों के प्रभारियों, सभी अपर मुख्य सचिवों और सभी अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि राज्य में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सचिवालय स्तर पर विकास कार्यों की समीक्षा के लिए पूर्व वरिष्ठ युवाओं और पुलिस अधिकारियों को नियुक्त किया जाता है। इससे अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी प्रभावी अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण का कार्य सुनिश्चित कर सकेंगे। अपवाद में यदि किसी विषय राज्य स्तर के विभिन्न संबद्धता के समन्वय से संबंधित है, तो उसका निर्धारण भी आसान होगा। इस व्यवस्था के तहत अपर मुख्य सचिव दो माह में कम से कम एक बार के पदाधिकारी के दौरे का प्रतिमान करेंगे, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकास कार्य की समीक्षा की जाएगी। अवशेष के लिए प्रमुख मंत्रियों और समितियों की समीक्षा के साथ ही मुख्यमंत्री की मण्डलीय बैठकों में भी अपर मुख्य सचिव असंगठित शामिल हैं। इसी तरह दस नियुक्तों में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों को कानून व्यवस्था और पुलिस के कार्यों की समीक्षा के लिए नियुक्त किया गया है।
धार्मिक मूर्तियाँ और अन्य सांस्कृतिक सामग्री स्थानीय रूप से निर्मित हो
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज प्रदेश के प्रमुख धार्मिक एवं आध्यात्मिक स्थलों पर भगवान जी के वस्त्रों के अवशेष का कार्य होता है, यह सामग्री अन्य प्रांतों से आती है। स्थानीय लोगों को रोजगार और स्थान के लिए प्रेरित करने के लिए कला शिविर में शामिल करने के लिए सामग्री के निर्माण के लिए दक्ष बनाया जाए। लघु उद्योग को मंजूरी दी जाएगी। स्थानीय लोगों की भी आय बढ़ेगी और विविध स्मारकों से लेकर धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
देश के प्रमुख धर्म स्थलों का अध्ययन करें
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि तिरूपति की मक़ामा पर मसा में भी ट्रेफिक व्यवस्था के लिए कदम रखा गया है। आस्था को आने-जाने में दिक्कत न हो। यात्रियों को अधिक समय न लगे और वे आसानी से कम समय में अन्य स्थानों के दर्शन कर सकें, ऐसी व्यवस्था विकसित हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रांति, सावन, माघ आदि के अवसर पर बुजुर्ग यात्री कुछ दिन विश्राम कर विश्राम करें, इसके लिए धर्मस्थलों के निकटवर्ती आश्रम और अन्य महादेवी व्यवस्था की जाए।
कृषि के साथ-साथ सहकारी समितियों और अन्य सहकारी समितियों के लिए सहयोग करें
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को कृषि कार्य में ही सहयोग की आवश्यकता है। माननीय विभिन्न परिभाषाओं से अपना आय वृद्धि का प्रयास करते रहे। गुजरात जैसे राज्य में ग्रामोद्योग के सफल प्रयोग किये गये, मध्य प्रदेश में लागू किये गये।
अकेले इंदौर में तेज़ आवाज़ वाले विस्तारक यंत्रों पर 12 हज़ार कार्यवाहियाँ
बैठक में बताया गया कि गैट वीक राज्य शासन द्वारा तय किए गए मानक से तेज आवाज वाले ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर स्क्रैप के लिए निर्देश दिए गए थे, इसके परिपालन में अकेले अडोरा में 12 हजार कार्यवाहियां की गई हैं। इसी तरह की आदतें सुपरस्टार्स के पद पर बनी रहती हैं। करीब एक हजार एपिसोड एस्टरॉन गए हैं। संबंधित प्रक्रियात्मक प्रक्रिया चल रही है। पड़ोसी और मज़हब में पुर्तगालियों को पुलिस बैंड की ट्रेनिंग सबसे पहले हुई है। ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की पहल भी की गई है। युवाओं द्वारा नशे के सेवन से होने वाले नुकसान के लिए जागरूकता अभियान की आवश्यकता है, सामाजिक न्याय विभाग के समन्वय से प्रयास किये जायेंगे। रिक्तियों की नियुक्ति के लिए भी प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक श्री एस.के. सक्सेना, मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव श्री राघवेन्द्र सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने कमांडरों में शामिल यात्रा एवं जनकल्याणकारी मंत्रिमण्डल के सदस्यों को पदस्थापित किया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों ने प्रारंभिक बैठकों में भी मुख्यालयों का विवरण दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादवों के प्रमुख निर्देश
· विध्वंस से जुड़े उद्यमों में प्रतिष्ठान रहे। वरिष्ठ अधिकारी निरंतर समीक्षा करें।
· सरकार की अधिसूचना का अधिसूचना विशेषज्ञ हो।
· स्थायी विपणन की परिभाषा।
· सभी जिलों में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत हो रही है।
· पटवारी और अन्य कर्मचारी रात्रि विश्राम कर ग्रामों की यात्राएं करें। अधिकारी-कर्मचारी जनता को अपने मुख्यालय और मैदानी स्तर पर आवश्यक सेवाएं प्रदान करने के लिए सक्रिय रहना चाहिए।
· विश्वविद्यालयों में प्रशासनिक प्रशासनिक निर्देश। रेल उपकरण बढ़ाने पर भी अध्ययन कर सुझाव दें। ईसाई रेल मंत्री को आवश्यक प्रस्ताव शीघ्र भेजा जाएगा।
· मिलों के डेमोक्रेट को राहत का कार्य मस्जिद, इंदौर में हुआ है। प्रतिपक्ष की जेसी मिल के नॉमिनी को भी देखें।
·युवस कसावट पर ध्यान दिया जाये।
· पुलिस कमिश्नरी की आवास व्यवस्था बेहतर।
· मंगलवार को जनसुनवाई के साथ प्रतिदिन होने वाली हलचल।
· मनोरंजन यात्रा के समय आम जनता को अभिलाषा न हो, यह भी ध्यान केन्द्रित करें।
· मध्य प्रदेश में विकास और कानून व्यवस्था को मिसाल के तौर पर स्थापित किया जाए।