वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू: संस्कारधानी में एक साल में हुए करीब 1000 वन्य जीव रेस्क्यू

जबलपुर यश भारत lवन्य प्राणियों के रेस्क्यू मामले में मध्य प्रदेश का जबलपुर मैं 1 साल मैं करीब 900 से लेकर 1000 तक वन जीवों का रेस्क्यू किया जाता हैl हाल ही में गढा इलाके में एक कपड़े की दुकान में सांप घुस गया था, जिसे सर्प विशेषज्ञ ने पकड़कर जंगल में छोड़ दियाl इसके साथ ही डुमना, गौरी घाट, गौर, बरेला रोड सहित अनेक जगहों पर वन्यजीवों को रेस्क्यू किया जा चुके हैं तो वही विजयनगर के लमती में बाज और तिलवारा में उल्लू का भी रेस्क्यू किया गया है l
वन विभाग का कहना है कि यदि सांप आपके आसपास हो तो बहुत घबराने की जरूरत नहीं है. इसे या तो किसी सर्प विशेषज्ञ के द्वारा पकड़वा दें या फिर इसे घर से बाहर कर दें. यह लोगों के लिए घातक नहीं है, यह सामान तौर पर चूहों को खाकर लोगों की मदद ही करता है, तो वही चीतल बाज या अन्य वन्य जीव दिखाई दे तो तत्काल वन विभाग से संपर्क करें। जबलपुर कुछ मामलों में प्रदेश के दूसरे शहरों से अलग है. प्राकृतिक पर्यावरण से घिरे होने के कारण यहां एक साल में 900 से लेकर 1000 तक वन्य जीव रेस्क्यू किए जाते हैं और इसमें सरकारी प्रयासों के साथ ही वन्य प्राणी विशेषज्ञ भी हैं, जो जानवरों को जिंदा बचाते हैं और उन्हें उनके प्राकृतिक निवास में छोड़ते हैंl
आधे से अधिक सर्प नहीं होते विषैले
वनपाल गुलाब सिंह ने बताया कि अधिकतर रहवासीय क्षेत्र में सर्प घुस आते हैं लेकिन आधे से भी अधिक सर्प विषैली नहीं होते और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में वन्य जीव अपना अहम किरदार निभाते हैं लोगों में यह जागरूकता लाने की जरूरत है कि वन्य जीव भी दोस्त होते हैं और उन्हें उनके प्राकृतिक परिवेश से भटक जाने पर कतले आम ना करें बल्कि उनको जंगल तक छोड़ने में वन विभाग की मदद करें।