वन रक्षक के साथ मारपीट:उकसावे पर ग्रामीणों ने पौधरोपण करा रहे वन रक्षक को रोका
कुंडम थाने में आरोपियों के खिलाफ बलवा-मारपीट के साथ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का प्रकरण दर्ज

यशभारत संवाददाता, जबलपुर। कुंडम क्षेत्र के कोसम डोंगरी के जंगल में पौधरोपण कर रहे वन रक्षक पर कुछ आदिवासी ग्रामीणों ने हमला कर दिया। पौधरोपण कर रहे लेबरों को भी मारपीट कर भगा दिया। आरोपियों ने वन रक्षक से कहा कि कि ये जंगल और जमीन हमारी है, इसमें तुम काम नहीं करा सकते हो। वन रक्षक की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ बलवा-मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का प्रकरण दर्ज कुंडम पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
पोलीपाथर निवासी सौरभ केशरवानी वन रक्षक है। उसकी ड्यूटी बडकुर थाना कुंडम बीट में है। 23 अप्रैल को बीट बडकुर के ग्राम कोसम डोंगरी के जंगल में पौधरोपण का कार्य ल रहा था। वहां लेबर गड्ढे खोद रहे थे। उसी समय कोसम डोंगरी के हुब्बीलाल आर्मो , हरनाम कुशराम, जंगीसिंह मरावी, रामप्रसाद मुलिया बाई, बरिया बाई गांव के अन्य लोग के साथ आए और पौधरोपण का कार्य रोकवा दिया।
सिहोरा का भरत नामदेव ने उकसाया था ग्रामीणों को
वनरक्षक के मुताबिक ग्रामीणों को सिहोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत मझगवां गांव निवासी भरत नामदेव ने उकसाया था। आदिवासी ग्रामीणों को समझाया था कि जंगल और जमीन उनकी है। वहां कोई दूसरा कैसे काबिज हो सकता है। उसी के उकसावे पर ग्रामीण वहां पहुंचे थे। वन रक्षक ने समझाने का प्रयास किया तो आक्रोशित ग्रामीणाें ने उसके साथ मारपीट कर दी। कुंडम टीआई प्रताप सिंह मरकाम के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ धारा 147, 332, 353, 294, 323, 506,120बी भादवि का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।