रादुविवि का 33वें दीक्षांत परेड कल:राज्यपाल मंगूभाई पटेल आज शाम को पहुंचेंगे जबलपुर, 64 छात्रों को 128 स्वर्ण पदक प्रदान करेंगे, RTPCR टेस्ट वाले ही पाएंगे प्रवेश

जबलपुर,यशभारत। रादुविवि के 33वें दीक्षांत समारोह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। बुधवार 12 जनवरी को राज्यपाल मंगूभाई पटेल 190 पीएचडी व एक डी-लिट छात्र को जहां उपाधि देंगे। वहीं 64 छात्रों को 128 स्वर्ण पदक प्रदान करेंगे। हालांकि समारोह में 200 से कम छात्रों को ही बुलाया गया है। दीक्षांत समारोह का फाइनल रिहर्सल कर तैयारियों को परखा गया। आरटीपीसीआर टेस्ट कराने वाले को ही प्रवेश की अनुमति दी गई है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने भी विवि पहुंच कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। कुलपति प्रो कपिल देव मिश्र के मुताबिक दीक्षांत समारोह ऑफलाइन और ऑनलाइन होगा। प्रेक्षागृह में आयोजन की तैयारियों का रिहर्सल कर परखा जा चुका है। फुल ड्रेस रिहर्सल में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच छात्रों को उपाधियों और स्वर्णपदक प्रदान किए जाएंगे। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए प्रेक्षागृह में बहुत कम लोग ही मौजूद रहेंगे।
33वें दीक्षांत समारोह को लेकर एनएसयूआई व एबीवीपी आमने-सामने
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षा समारोह में कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाएगा। प्रतिभागियों को हिदायत दी गई कि वे उपाधि और स्वर्ण पदक लेते समय महामहिम से पर्याप्त दूरी रखेंगे। इसके लिए खासतौर पर प्रशिक्षण दिया गया है। हालांकि समारोह को लेकर एबीवीपी और एनएसयूआई आमने-सामने आ गए हैं। एबीवीपी जहां समारोह के समर्थन में खड़ा है। वहीं एनएसयूआई कोविड का हवाला देकर समारोह को कैंसिल करने की मांग कर रहा है।

ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन भी होगा दीक्षांत समारोह का प्रसारण
आयोजन आॅनलाइन के साथ ऑफलाइन भी होगा। कार्यक्रम स्थल पं. कुंजीलाल दुबे प्रेक्षागृह में आने वाले अतिथियों का प्रवेश से पूर्व थर्मल स्केनिंग होगा। फाइनल रिहर्सल में कुलपति प्रो.कपिल देव मिश्र, कुलसचिव प्रो.बृजेश सिंह मौजूद रहे। प्रतिभागियों को सबसे पहले कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार बैठना होगा। इसकी व्यवस्था बना दी गई है। बीच के चेयर को बांध दिया गया है।
फुल वैक्सीनेटेड छात्रों को ही मिलेगी अनुमति
आयोजन समिति संयोजक प्रो. सुरेन्द्र सिंह ने बताया दीक्षांत समारोह में एक 148 पीएचडी करने वाले छात्रों को जहां उपाधियां प्रदान की जाएगी। वहीं 48 छात्रों को स्वर्णपदक प्रदान किए जाएंगे। सभी प्रतिभागियों से टीके की दोनों डोज के प्रमाण पत्र पहले ही लिए जा चुके हैं। सभी का आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया गया है। प्रवेश से पहले थर्मल स्केनिंग होगी।