
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ लोग कमल को सिर्फ भाजपा का चुनावी प्रतीक बता रहे हैं। पीएम मोदी ने जी-20 का लोगो जारी किया है, उसमें कमल का फूल होने से लोगों को आपत्ति है। कांग्रेस शायद भारत का इतिहास भूल गई है। कमल को 1950 में ही भारत का राष्ट्रीय पुष्प घोषित कर दिया गया था। 1857 में स्वतंत्रता सेनानियों ने एक हाथ में रोटी और दूसरे हाथ में कमल का फूल लेकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह हरियाणा के झज्जर के कुलाना में सम्राट पृथ्वी राज चौहान की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि क्या हाथ अगर किसी राजनीतिक पार्टी का चुनाव चिन्ह है तो उसे काट देना चाहिए। अगर किसी का चिह्न साइकिल है तो क्या उसे इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हम भारत की सांस्कृतिक गरिमा से छेड़छाड़ ना तो होने देंगे और ना ही बर्दाश्त करेंगे।