यश भारत : विजन कटनी – मेडिकल कॉलेज शहर की पहली जरूरत
सर्वप्रथम यशभारत की टीम के लिए आभार। पूरी टीम बधाई की पात्र हैं, जिन्होंने कटनी जिले की आवाज आम नागरिकों के माध्यम से उठाई है। आज कटनी जिले की सर्वप्रथम जरूरत मेडिकल कॉलेज की है। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद व्ही डी शर्मा एवं क्षेत्रीय विधायक द्वारा विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही इंदौर के बाद प्रदेश के सबसे बड़े टेक्स देने वाले जिले कटनी में एक बड़ा मेडिकल कॉलेज खुलने का सपना दिखाया गया, जिससे आसपास के जिले शहडोल, उमरिया, दमोह के लोगों को फायदा होता, लेकिन कटनी जिले की अनदेखी करने का राज आज तक समझ नहीं आया, जबकि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष खजुराहो लोकसभा क्षेत्र से लगातार दो बार सांसद चुने गए हैं। पहले लोग दबी जुबान में और अब साफ शब्दों में कह रहे हैं कि सांसद को जिस ताकत के साथ कटनी में मेडिकल कॉलेज के लिए प्रयास और ताकत लगाना चाहिए, वो नहीं लगाई गई। इसी का परिणाम है कि चुनाव में चुनौतियां कम होने के बाद भी उस गरिमापूर्ण वोटों से नहीं जीत पाये, जो पार्टी एवं जिले के लोगों को उम्मीद थी। राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज पीपीपी मोड पी स्वीकृत किया है, जबकि यहां शासकीय मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता है। इसके अलावा जिले की सबसे बड़ी दुर्दशा शासकीय अस्पताल की है, जहां राजनीतिक संरक्षण के कारण सालों से जमे डाक्टरों ने अपने ही अंदाज में अस्पताल संचालित करते हैं। सैकड़ों केस बिगडऩे के बाद भी इनका कुछ नहीं बिगड़ा। अब तो लोगों ने उम्मीद भी छोड़ दी है। शहर का विकास सबको दिख रहा है। इसको लेकर कोई टिप्पणी करने की जरुरत नहीं है। हम सब को एकसाथ मिलकर प्रभु श्रीराम की सौगंध खाकर मेडिकल कॉलेज के लिए संघर्ष करना होगा। राजनीति तो राजनितिज्ञों के लिए आजीवन चलती रहेगी। सर्वप्रथम शहर की जिस मिट्टी ने हमे इस योग्य बनाया, उस शहर के विकास के लिए ईमानदारी से अपना योगदान दें।
– महेश सोंधिया, अध्यक्ष माझी समाज, कटनी