यश भारत लाइव – आदिवासी नेताओं ने देश की आजादी के लिए जितने बलिदान दिए, उतने किसी और ने नहीं दिए : गृहमंत्री अमित शाह
संस्कारधानी पहुंचे श्री शाह ने आजादी के अमृत महोत्सव पर वीर बलिदानियों को किया याद

जबलपुर, यशभारत। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बलिदान दिवस पर गैरीसन ग्राउंड में आयोजित विशाल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश के गृहमंत्री अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अनुसूचित जनजाति के लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर 1947 तक जनजाति के वीर नायकों, नेताओं ने जो बलिदान दिए है, शायद ही किसी अन्य ने दिए होंगे। लेकिन उन्हें समय के साथ भुला दिया गया। इसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसकी अलख जागाई है। राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह के बाद अनेक गौडऱाजाओं ने आजादी की चिंगारी को बुझने नहीं दिया और इस लड़ाई को आगे बढ़ाया। उनकी पावन स्मृति को संजोने के लिए देशभर में जनजातीय संग्रहालय बनाए जाएंगे।
9 संग्रहालयों की परिकल्पना की गई
इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि करीब 2 सौ करोड़ की लागत से 9 जनजातीय संग्रहालयों की परिकल्पना की गई। ताकि उनकी स्मृति जीवित रहे। इसमें मध्यप्रदेश में छिंदबाड़ा में यह संग्रहालय बनाया जाएगा। इसके लिए 110 करोड़ रुपए खर्च भी कर दिए गए है।
जनजातियों के कल्याण के लिए पार्टी कटिबद्ध
गृहमंत्री अमित शाह ने सभा का संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी जनजातीय बंधुओं के विकास के लिए शिवराज सिंह चौहान ने अनेक कदम उठाए हैं, उन्हें आप अभी सुनते-सुनते ही थक गए होंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता मेरे जाने के बाद जरुर कुछ बोलेंगे, लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि 2021-22 में जनजातिय कोष दोगुना किया गया है, जबकि कांग्रेस के समय यह क्यों नहीं बढ़ाया गया। इसका जबाव भी कांग्रेस को देना चाहिए।
प्रदेश में 250 स्कूल बनाने का लक्ष्य
केन्द्रीय गृहमंत्री श्री शाह ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलेगी तो संविधान को जान पायेगा। इसके लिए शिक्षा जरुरी है। शिवराज सिंह चौहान ने इसकी शुरुआत एकलव्य मॉडल रेंसीडेंसियल स्कूल से की है। इसके लिए 167 स्कूल मध्यप्रदेश में स्वीकृत कर दिए गए है। 250 स्कूल बनाने का लक्ष्य है।
9 राज्यों में एमएसपी पर 49 उत्पादों को बेंचने की अनुमति
गृहमंत्री श्री शाह ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब 9 राज्यों में 49 उत्पादों को एमएसपी पर बेंचने के लिए खड़ा किया है। आदिवासी बाहुल्य खनिज क्षेत्रों में डिस्ट्रिक मिनिरल फंड की स्थापना की है। जिसके लिए जिला कलेक्टर को अधिकार दिए गए है और 51 हजार करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए है। इतना ही नहीं शुद्ध पीने का पानी भी वनवासियों को पहुंचाकर पांच लाख तक के आरोग्य कार्ड प्रदान किए गए है। ताकि वह सभी असुविधाओं से बच जाएं।
बलिदान दिवस के नायकों से लें प्रेरणा
गृहमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हम अमृत महोत्सव के अंतर्गत बलिदान दिवस पर नायकों से प्रेरणा लें । उन्होंने कार्यक्रम के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया और कहा कि वह जो कहते है वह करते है। वह अवश्य ही योजनाओं के माध्यम से जनजातीय भाईयों-बहनों का विकास करेंगे। इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह को पद्मश्री भूरि बाई के द्वारा बनाई गई कलाकृति भेंट की गई। इसके साथ मंच पर उपस्थित सभी को स्मृति चिंह भेंटकर उनका स्वागत किया गया।
इसके पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री श्री शाह के प्रतिमा स्थल पहुंचने पर विधायक श्रीमती नंदनी मरावी और राज्यसभा सांसद श्रीमती संपतिया उइके ने परंपरागत आरती कर रोली का टीका लगाया और शॉल पहनाया। श्री शाह को मुख्यमंत्री श्री चौहान और केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्री कुलस्ते ने स्वाधीनता आंदोलन के नायक राजा शंकरशाह एवं कुंवर रघुनाथ शाह की मंडला जिला स्थित पवित्र जन्मस्थली और रामनगर मंडला में स्थापित गोंडवाना साम्राज्य के राजस्तंभ का चित्र भेंट किया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आजादी के अमृत महोत्सव पर देश और धर्म की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले जनजातीय नायक अमर शहीद राजा शंकरशाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह के 164वें बलिदान दिवस पर आज मालगोदाम चौक पहुंचकर पिता-पुत्र की यहां स्थापित प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।