यशभारत सावन विशेष…. जबलपुर के इस शिव धाम का भूकंप भी कुछ नहीं बिगाड़ पाया: पत्थर के ऊपर बिना नींव के बना है शिव मंदिर

जबलपुर, यशभारत। आपने मंदिर को बहुत देखे और सुने होंगे। लेकिन हम यहां पर आपको ऐसे अनोखे मंदिर के बारे में बात रहे हैं, जिसका निर्माण पत्थर पर किया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि भूकंप आने के बाद भी इस मंदिर को कोई छति नहीं हुई। यह मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केन्द्र बना हुआ है। जबलपुर से 45 किलोमीटर दूर कटाव गांव में प्राचीन शिव मंदिर है। इस मंदिर के बारे में बताया जाता है कि इसका निर्माण कटाव वाले दादा ने करवाया था। कटाव वाले दादा पूरे क्षेत्र के प्रसिद्ध संत थे। उनके चमत्कार आज भी लोगों की जुबान पर हैं। पत्थर के ऊपर बिना नींव के शिव मंदिर बनाया गया है। जो अपने आप में एक अजूबा है। नर्मदा घाटी क्षेत्र में आए तीव्र भूकंप भी इसे नहीं हिला पाए।
दूर-दूर से पहुंचते हैं कटाव
प्रकृति की गोद में बसा कटाव क्षेत्र लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। चट्टानों को चीरकर निकली नदी को देखने पूरे मध्यप्रदेश से लोग पहुंचते हैं। अत्यंत रमणीय स्थान का धार्मिक महत्व भी है। कहा जाता है कि यहां कटाव वाले दादा ने तपस्या की थी। जिसके चलते उनके नाम से ही इसे धार्मिक क्षेत्र कहा जाता है।
हैरत में रहते हैं लोग
कटाव पहुंचने वाले लोगों के लिए मंदिर आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। नदी के दूसरे छोर पर चट्टान के ऊपर बना यह मंदिर पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है। बिना नींव के बने इस मंदिर को लेकर लोगों की मान्यता यह है कि निर्माण कराने वाले संत चमत्कारी थे। उन पर शिव कृपा थी। इसलिए उनके आशीष से ही यह मंदिर टिका हुआ है। करीब 80 दशक पहले बने इस मंदिर एक भी हिस्सा क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है।