यशभारत खास : नवरात्र पर लोगों को अपनी ओर खींचती है राजेंद्र डेऊ दुर्गा पूजा समिति, महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा हर बरस मोह लेती मन

कटनी। नवरात्र का पर्व चल रहा है, ऐसे में यशभारत हर रोज अपने पाठकों को शहर की उन विशेष दुर्गा समितियों से परिचित करा रहा है, जिन समितियों ने शहर के नवरात्र दुर्गा उत्सव पर्व को गौरवशाली बनाने अपना योगदान दिया है। शहर के नवदुर्गा दशहरा पर्व की छटा अदभुत एवम निराली है । चहुं ओर बड़ी प्रतिमाओं की स्थापना के साथ चकाचौंध करती विधुत साज सज्जा दिखाई देती है । दुर्गा समितियां प्रतिस्पर्धी के रूप में अपने अपने दुर्गा पूजा पंडाल को आकर्षण बनाने में जुटे रहते हैं। ऐसी ही शहर की एक समिति हैं श्री राजेंद्र डेऊ दुर्गा उत्सव समिति, जो की विगत 42 वषों से कन्या महाविद्यालय प्रांगण में माता की अनोखी साज-सज्जा व मनोहारी आकर्षक प्रतिमा स्थापना के लिए जानी जाती हैं।
समिति के प्रमुख राजू गंगवानी बताते हैं की लगभग 50 बर्षो पूर्व से हम लोग नवरात्र में दुर्गा प्रतिमा स्थापित करते आ रहे हैं।पहले ईश्वरीपूरा वार्ड के मुहल्ले में लॉक सिस्टम की प्रतिमा रखते थे। उसके बाद 1983 से कन्या महाविद्यालय प्रांगण में पूरी भव्यता के साथ माता के विभिन्न स्वरूपों की छवि की प्रतिमा स्थापित की जाने लगी। उन दिनों समिति में राजेंद्र डेऊ,गुलराम खत्री, खियलदास,दासामल सोमवानी, गोपाल साहू, श्याम असरानी, अन्य युवा साथी बड़े उत्साह दुर्गा उत्सव मनाते थे हमारी समिति ने कई बार दशहरा आयोजन समिति से पुरुस्कार भी प्राप्त किए है।यहाँ की प्रतिमा उस समय से ही जबलपुर के प्रसिद्ध कुंदन मूर्ति कार से बनवाई जाती थी इसके अलावा पंडाल में की अनोखी साज सज्जा भी जबलपुर के प्रसिद्ध सोनम डेकोरेशन बालो से कराई जाती है जो आज भी जारी है। कुंदन मूर्तिकार के निधन के बाद अरविंद नामदेव मुर्तिकार से माता की प्रतिमा बनवाई जाती हैं। समिति द्वारा अब तक एक से बढ़ कर एक माता की झांकिया सजाई जा चुकी है सात शेरो बाली माँ, मोरपंख, त्रिनेत्री देवी,कालरात्रि माता,कॅरोना का हरण करती माँ, कृष्ण स्वरूप, पालकी बाली माता के स्वरूप को नगरवासियों ने खूब सराहा गया। हमारे यहाँ आर्टिफिशियल गहनों से माता का दिव्य श्रंगार किया जाता है। समिति का प्रयास रहता है शहर के धर्म प्रेमी नागरिकों को हर साल अनुपम झांकिया के माध्यम से माता के अलग अलग स्वरूपों के दर्शन कराए। इस बार भी हमारा प्रयास सार्थक होगा जिसमें माँ दुर्गा की अतिमोहनी प्रतिमा की स्थापना नवरात्र पंचमी के दिन भव्य साज सज्जा के बीच स्थापित कराई जाएगी जिसके लिए बर्तमान समिति के राजेंद्र गंगवानी,शिप्पी बाधवानी, महेश उदासी, बल्लू भाई तनवानी,विपिन तनवानी,कन्हैया बाजाज, अश्विनी जैसवानी,कमल असरानी,दीपक बाधवानी,गुलशन गंगवानी, कर्ण असरानी अन्य साथ साथी अथक मेहनत कर पंडाल व तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए है।

