यशभारत अपडेट -विजयनगर एसबीआई हिट एंड रन मामले में दो लोगों की मौत , सड़क पर तड़पते रहे घायल, वीडियो बनाने में लगी रही जनता

जबलपुर। एसबीआई चौक में एक बेकाबू कार ने छह लोगोंं को ठोंक दिया। हादसे में दो की मौत हो गई। घायलों में दो रविशंकर और मुन्नी बाई की मौत की खबर आ रही है बताया जाता ही कार एक डॉक्टर की है और बाकी सभी घायलो का इलाज निजी अस्पतालों में जारी है।सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और घायलों को अस्पताल भेज मामले की जांच शुरू कर दी। जानकारी के मुताबिक तेज रफ्तार कार चालक ने छह लोगों को टक्करी इसके बाद वाहन से उतरकर भाग निकला घायल सडक़ पर तपड़ते रहे। जिन्हें बाद में उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
किआ सोनेट को चला रहा था डाक्टर-इसी कड़ी में एक बात सामने आई है कि किआ सोनेट mp20zE1572 एक बीएचएमएस डाक्टर द्वारा चलाई जा रही थी। अनियंत्रित होकर गाड़ी ने पहले होंडा सियाज UP20AU4336से टक्काराई और लाइन से इन 6 लोगों को उड़ा दिया।


अस्पताल न लेजाकर घायलों का विडियो बनाते रहे लोग- जब दुर्घटना में घायल सड़क में तड़प रहे थे उस वक्त जनता का अलग चेहरा सामनेआया , घायलों को अस्पताल न लेज्जाकर जनता ने वीडियो बनाना ज्यादा जरूरी समझा और तड़पते हुए घायलों को फिर पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया।
दो की मौत-हादसे में मुन्नी बाई सेन, दीपा शुक्ला, रवि शंकर दुबे, वैशाली नामदेव,अनेन्द्र सिंह, मोहित शर्मा घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां रविशंकरऔर मुन्नी बाई की मौत हो गई। पुलिस ने कार को जप्त कर लिया है।
विजयनगर का तीसरा हिट एंड रन –एकता चौक,उखरी तिराहा और अब एसबीआई चौक के इस हादसे ने रुह कंपा दिया है जिस प्रकार से अवैध अतिक्रमण, बेतहाशा ट्राफिक और शराबी चालकों ने सड़कों पर कोहराम मचा रखा है उसके बाद सड़को पर जनता चलने से डर रही है।
दीनदयाल- एसबीआई- घड़ी -अहिंसा-एकता-उखरी तिराहा में जाम ही जाम-विजय नगर इलाके की सड़कों को स्मार्ट सिटी योजना के तहत सुधार तो जा रहा है, पर इसकी सर्विस रोड की ओर जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है। अग्रसेन तिराहे से जैसे ही सर्विस रोड चालू होती है और दीनदयाल चौक जहाँ पर यह खत्म होती है, उस हिस्से तक एकदम कब्जों की होड़ सी मच गई है।जिस उद्देश्य से यहाँ सर्विस रोड बनाई गई वह उद्देश्य पूरा होना तो दूर, यहाँ सहजता से निकलने के लाले हैं। पग-पग पर विजय नगर की सहायक सड़क पर बाधा और चुनौतियों का सामना जनता कर रही है। सबसे प्रमुख कब्जा तो चाट-फुल्की के ठेले वालों का है। पूरा खाने-पीने का सामान और टेबल-कुर्सियाँ तक सर्विस रोड पर कब्जा कर जमा दी गई हैं।शहर के सबसे नये और थोड़े सलीके से बसे इस इलाके पर कब्जे इस अंदाज में हो रहे हैं कि जैसे यहाँ पर इसके लिए बिल्कुल खुली छूट है। कोई भी कहीं भी अपनी गुमटी और टपरे आकर सजा सकता है। जो रोड के किनारे मकान, दुकान और ऑफिस हैं वे भी सड़क पर पूरा सितम ढा रहे हैं। बीच सड़क तक ऑफिसों के वाहनों की पार्किंग है और गृह निर्माण का मलबा भी एकदम सड़क पर सजा हुआ रखा है। कोई भी गिरे या दुर्घटना का शिकार हो, इन्हें इससे कोई वास्ता नहीं है।
सर्विस रोड के मायने पूरी तरह से हुए धराशायी, मेन रोड पर बढ़ा लोड-किसी भी बड़ी फोर या सिक्सलेन सड़क पर सर्विस रोड के मायने यही हैं कि ऐसी सड़क से व्यक्ति आसपास के अंदर के हिस्सों में आसानी से आ व जा सके। सर्विस रोड होने से मुख्य सड़क पर बे-वजह के वाहनों के आने का दबाव कम होता है और इस वजह से इसमें अपनी गति से वाहन सवार आ व जा सकता है, लेकिन विजय नगर सर्विस रोड पर पूरी तरह कब्जे होने से मुख्य सड़क पर ही पूरा लोड है और सर्विस रोड के मायने यहाँ पूरी तरह से धराशायी हैं।
सभी चौराहों से नजर ही नहीं आती-हर चौराहे से यदि सर्विस रोड को तलाशा जाए, तो इनमें प्रवेश करने के प्वॉइंट्स पर ही कब्जे हो गए हैं। तेज गति से चलता वाहन चालक तो एकदम से ध्यान भी नहीं दे पाता है कि इनमें प्रवेश कहाँ से करना है। अमूमन हर चौराहे पर सर्विस रोड के एण्ट्री प्वॉइंट पर बेतहाशा अतिक्रमण और कब्जों की बाढ़ सी आ गई है।
नए फुटपाथ को निगलने उतारू-जो चौड़े फुटपाथ मुख्य सड़क पर किनारे बने हैं वे भी अस्थाई अतिक्रमणों की गिरफ्त में हैं। पूरे इलाके को कस्बाई रूप देने के लिए यहाँ जैसे होड़ सी मच गई है। जनता की सहूलियत का नागरिक सेंस तो जैसे खत्म ही हो गया है। गमले, फल-फूल व चाय-पान के टपरे और कई तरह की दुकानें इस क्षेत्र में नये बनकर तैयार हुए फुटपाथ पर खुल रही हैं।
एक नजर इस पर भी
विजय नगर एमआर फोर रोड कागजों पर कुल 14 किमी।
दो दशक बाद बन सकी कुल 6 किमी
इसमें भी कुल 2 किमी फोरलेन, सर्विस रोड।
इसी हिस्से में हैं फुटपाथ और सहायक मार्ग।
शेष हिस्सों में अभी संघर्ष और अधूरा निर्माण।