
जबलपुर यशभारत। नकल इंजेक्शन मामले में शहर के विधायकों ने अपनी-अपनी राय रखी है। जनता के साथ अब विधायकों ने भी कहा कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो और आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। कांग्रेस-भाजपा विधायकों के बयान जो सामने आए है उसमें एक ही बात सामने आई है वह पुलिस जांच। सभी की मांग है कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
अधिवक्ता विवेक तन्खा के माध्यम से लगाई सुको में याचिका
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। जबलपुर की एक पीड़ित महिला ने सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक कृष्ण तन्खा के माध्यम से एक याचिका दायर की है। याचिका में पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग रखी गई है। उल्लेखनीय है कि विवेक कृष्ण तन्खा ने भी अपने ट्विट में इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा था कि वो मरीज जिसे नकली रेमडेसिविर दवाई अस्पताल व डॉक्टर्स द्वारा दी गई है उनकी लिस्ट जल्द से जल्द सार्वजनिक करें।
विश्वसनीयता की चुनौती है चिकित्सा क्षेत्र के सामने
सांसद राकेश सिंह ने अपने बयान में नकली रेमडेसिविर जैसै जीवन रक्षक इंजेक्शन या दवाईयां बनाना और बेचना केवल कानूनी अपराध नहीं है बल्कि मानवता की हत्या का घिनौना प्रयास है। और इसलिए इसमें संलिप्त लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए साथ ही इस तरह के कृत्य से चिकित्सा क्षेत्र के सामने विश्वनीयता की चुनौती है जिस पर खरा उतरना आवश्यक है।
नकली इंजेक्शन के मामले में जो भी दोषी है उन्हें सजा मिलें परंतु इसकी पहले जांच होना चाहिए। जांच होने के बाद ही तय होगा कि कौन दोषी है। जनता की मांग भी जायज है क्योंकि लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया गया है बहुत से लोगों की जान भी गई होंगी। यह अपराध माफी के लायक नहीं है, निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई कराने का काम पुलिस का है।
सुशील तिवारी, भाजपा विधायक पनागर
पूरे प्रदेश में जहां-जहां भी नकली इंजेक्शन की सप्लाई करने वाले पकड़े गए हैं उन पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। जबलपुर का हो या फिर कहीं का भी व्यक्ति रहे ऐसे लोग मानवता के लिए अभिशाप है। मैं मांग करता हूं प्रदेश सरकार से की आपदा में अवसर खोजने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस भी इस मामले में जांच कर जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलाए।
अशोक रोहाणी, भाजपा विधायक केंट
पुलिस केस पुख्ता बनाए है ऐसा न हो कि जनता मांग करती रह जाए अपराधी निकल जाए। पहले दिन से ये बात सामने साफ हो गया था कि इस मामले में कौन दोषी है फिर भी लेटलतीफी की गई समझ से परे हैं। नकली इंजेक्शन कहां-कहां खपे इसकी जांच भी नहीं हो रही है। प्रशासन पूरे मामले को लीपापोती न कर निष्पक्षता से जांच करें आरोपियों को सजा दिलवाए।
अजय विश्नोई, भाजपा विधायक पाटन
नकली इंजेक्शन प्रकरण में जो भी दोषी हो उस पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। वैसे भी पकड़े गए आरोपियों पर रासुका लगा दिया गया है अपने आप में बड़ी कार्रवाई है। मेरी मांग है कि मामले की सूक्ष्मता से जांच हो और आरोपियों को सजा मिले।
नंदनी मरावी, भाजपा विधायक सिहोरा
जिनने बनाया है जिनने उपयोग किया है, मानव प्राणों के साथ खिलवाड़ किया है उनको कठोरतम दंड दिया जाना चाहिए। सरकार को यह भी पता करना चाहिए कि इंजेक्शन काफी तादद में आए हैं तो वह कहा से आए किन लोगों को लगाए गए हैं।
तरूण भनोत, कांग्रेस विधायक पूर्ववित्त मंत्री
मामला गंभीर है प्रदेश सरकार इस मामले में उच्चस्तरीय जांच कराए। जघन्य अपराध है लोगों की जान के साथ खेला गया है। आपदा में अवसर लेकर काली कमाई की गई है। बहुत से बिंदु है जिस पर जांच नहीं हुई जबलपुर में सिर्फ एक ही अस्पताल की जांच हुई और ऐसे अस्पताल है जहां पर यह गोरखधंधा चल रहा था। प्रशासन को जांच कर आरोपियों को सजा दिलाना चाहिए।
लखन घनघोरिया, कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री
जानबूझकर यह अपराध किया गया है, कठोर कार्रवाई होना चाहिए। प्रदेश सरकार इस मामले को छोटा मान रही है जबकि ये छोटा नहीं है, सरकार को सीबीआई जांच कराई जाना चाहिए। एक सेंटर बनाया जाए जिसमें उन मरीजों के परिजनों को बुलाया जाए जो अस्पताल में भर्ती थे। इस जघन्य अपराध में जो भी शामिल हो उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई होना चाहिए।
विनय सक्सेना, कांग्रेस विधायक
मोखा के और भी कारनामे प्रशासन को मालूम थे, मोखा इतना बड़ा माफिया है इसकी जानकारी किसी से छिपी नहीं है। मुख्यमंत्री जबलपुर प्रवास में नहीं आते तो मोखा पर कार्रवाई होना संभव नहीं था। पुलिस अधीक्षक को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने बगैर देर किए हुए मोखा जैसे माफिया पर कार्रवाई की। प्रशासन को मोखा के पुराने कारनामों पर जांच कार्रवाई करना चाहिए। सरकार और प्रशासन ने जो चंदा लिया है मोखा से उसे वापस करना चाहिए।
संजय यादव, कांग्रेस विधायक