मैगी कांड: पेट्रोल पंप का मालिक गिरफ्तार : जेल से दोबारा रिमांड पर लिए गए आरोपी ने किया खुलासा, कार, एक्टिवा के अलावा नकदी पौने दो लाख रुपए बरामद, ट्रक चालक की अभी भी तलाश जारी

भोपाल। बिलखिरिया थाना क्षेत्र में ट्रक में लोड 14 लाख रुपए की मैगी को बेचने के मामले में पेट्रोल पंप के मालिक की गिरफ्तारी की गई है। अभी पुलिस को इस मामले में ट्रक चालक की अभी भी तलाश है। ताजा गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने एक कार, एक एक्टिवा और पौने दो लाख रुपए नकद भी बरामद किए हैं। पुलिस को अभी भी 250 कार्टन का माल बरामद करना बाकी है।
यह है पूरा मामला जिसमें अभी सामने आने है कई राज
बिलखिरिया थाना पुलिस ने जाटखेड़ी मिसरोद निवासी कमलेश गौर पुत्र प्रेम नारायण गौर, सीआरपी कालोनी निवासी सोनू उर्फ हितेश मोइनानी पुत्र स्व. राजकुमार और खजूरी खुर्द बिलखिरया निवासी प्रदीप राय पुत्र नोनीराम राय को गिरफ्तार किया था। कमलेश गौर ने ट्रक में लोड माल जो कि 11 लाख रुपए में रईस पुत्र रशीद मियां से खरीदा था। वह उस ट्रक का चालक था। वह स्टेशन बजरिया स्थित गरम गड्डा में रहता है। उसने दूसरी शादी की है और वह अभी भी फरार चल रहा है। कमलेश गौर ने प्रदीप राय के माध्यम से सोनू उर्फ हितेश के गोदाम में माल पहुंचाया था। यह गोदाम बैरागढ़ थाना क्षेत्र में हैं। सोनू ने इसे कमलेश गौर से खरीदना बताया। इस माल को सोनू ने अलग-अलग तीन गोदामों में रखा था। इसके अलावा सोनू ने बताया कि ढाई सौ कॉर्टन मैगी को फुटकर में अलग-अलग दुकानदार को बेच दिया था। इसी मामले में कमलेश गौर को दो दिन पहले फिर पुलिस रिमांड पर जेल से लाया गया था।
पंप मालिक के वेयर हाउस में खाली हुआ माल
कमलेश गौर ने बताया कि उसने सुखी सेवनिया थाना क्षेत्र स्थित कल्याणपुर में स्थित वेयर हाउस में माल उतारा था। यह वेयर हाउस जयप्रकाश साहू पिता लक्ष्मी नारायण साहू उम्र 40 साल का है। वह सुखी सेवनिया थाना क्षेत्र में ही रहता है। उसके पेट्रोल पंप के पास ही वेयर हाउस भी है। जय प्रकाश साहू को माल खाली कराने के बदले में 30 हजार रुपए कमलेश गौर ने दिए थे। यहां खाली हुए माल के बदले में उसे तीन लाख रुपए मिले थे। माल उतारते वक्त वेयर हाउस का शेड भी टूट गया था। जिसमें 15 हजार रुपए अतिरिक्त खर्च उसे देना पड़ा। माल लेकर जाने वाले ट्रक चालक को 33 हजार रुपए का भुगतान किया गया। इसके अलावा कमलेश गौर ने अपनी कार के पहिए भी बदले थे। बाकी एक लाख 70 हजार रुपए की रकम उसके बताए ठिकाने से बरामद की गई है। पुलिस ने कमलेश गौर की एक्टिवा भी जब्त की है। इसी एक्टिवा से वह पंप में स्थित वेयर हाउस में पहुंचा था।
तत्कालीन थाना प्रभारी का आडियो हो गया था वायरल
ट्रक चालक रईस गुजरात के सानंद जिले से 28 नवंबर को ट्रक में माल लोड करके निकला था। उसे ओड़ीसा के कटक में माल पहुंचाना था। ट्रक वहां न ले जाकर एक दिसंबर को वह भोपाल आया था। इसके तीन दिन बाद 4 दिसंबर को उसने फोन पर ट्रक मालिक को बताया था कि मंडीदीप के समीप उसके कुछ परिचितों ने उसे शराब पिलाई। फिर उसका ट्रक लूट लिया।
इसके बाद रईस गायब हो गया। ट्रक मालिक शब्बीर को शक था कि रईस ने कुछ गड़बड़ी की है। ट्रक को तलाशते हुए कोकता पहुंचा तो ट्रांसपोर्ट नगर में वह लावारिस मिला। ट्रक के तीन टायर भी फूटे हुए हालत में थे। ट्रक से माल गायब था। ट्रक चालक रईस ने दो शादियां की हैं। उसकी पहली पत्नी अपने बच्चे के साथ मायके में रहती है। जबकि वह दूसरी बीबी के साथ अलग रहता था। वारदात के बाद आरोपी ट्रक चालक अपनी दूसरी बीबी के साथ फरार हो गया है। पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज नहीं किया था। जिसमें तत्कालीन थाना प्रभारी वीरेंद्र सेन की संदिग्ध भूमिका थी। इसी एफआईआर न होने के विवाद में थाना प्रभारी की कुर्सी भी चली गई थी।