मेडिकल विवि में सर्टिफिकेट देने लिए हेल्प डेस्क प्रभारी को 1500 रूपए रिश्वत की पेशकश
कुलसचिव ने थाना प्रभारी गढ़ा को भेजी शिकायत

जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में हर काम का पैसा लगता था, विद्यार्थी को किसी भी तरह का दस्तावेज प्राप्त करना होता है तो उसे अपनी जेब ढीली करनी पड़ती थी। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब विवि कुलसचिव ने गढ़ा थाना प्रभारी को शिकायत भेजी। शिकायत में बताया गया कि किस तरह से हेल्प डेस्क प्रभारी को सर्टिफिकेट देने के नाम पर 1500 रूपए की रिश्वत लेने की पेशकश की गई।
जानकारी के अनुसार 12 जनवरी को विश्वविद्यालय की हेल्प डेस्क पर विद्यार्थी स्वाती वर्मा मोबाइल . नं . 9981531366 को प्रोविजनल सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने हेतु व्हाटसएप नंबर पर निम्न नम्बरों 6262580607,9893493454,8878554026 से फोन आए एवं सर्टिफिकेट देने के एवज में 1500 रूपयों – की मांग की गई एवं एक अन्य मोबाइल नं . 9074185736 भी लोगों को फोन कर पैसे लेकर सर्टिफिकेट देने का आश्वासन दे रहा है । कुलसचिव ने गढ़ा थाना प्रभारी से उपरोक्त मोबाइल नम्बरों को जिसके द्वारा भी प्रयोग किए जा रहे है उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने को कहा है। पुलिस ने कुलसचिव की शिकायत पर प्रकरण को जांच में लिया है।