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मुर्गा के चक्कर में मगरमच्छ पिंजरे मेंः 10 दिन रेस्क्यू के बाद लोगों ने ली राहत की सांस

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जबलपुर यशभारत। भेड़ाघाट में आज शनिवार को पंचवटी के पास कुंड में करीब 10 दिन से डेरा जमाए मगरमच्छ को वन विभाग की मुस्तैद टीम ने पिंजरा लगाकर रेस्क्यू कर लिया। मगरमच्छ भूल भुलैया से स्वर्गद्वारी के बीच उछल कूंद कर रहा था। सूचना के बाद से रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग के अमले ने वहाँ डेरा जमा लिया था। जानकारों के अनुसार वन विभाग द्वारा 2 पिंजरे लगाए गये थे। देर रात तक वन अमला पूरे क्षेत्र पर नजर रखे हुए था। वहींए रेस्क्यू अभियान के दौरान वहां देखने वालों का जमघट लगा रहा।

जानकारी के अनुसार पंचवटी के पास कुंड में एक मगरमच्छ करीब दस दिन ने नजर आ रहा था। जिसकी सूचना वन अमले को दी गयी थी। सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने आसपास का निरीक्षण करए पिंजरे लगाए थे। ताकि मगरमच्छ फंस सके।

टीम ने किया रेस्क्यू
आज सुबह से वन विभाग द्वारा रेस्क्यू शुरू किया गया था। इस बीच स्वर्गद्वारी के पास हुई हलचल से यह संभावना जताई जा रही थी कि मगरमच्छ वहां भी हो सकता है। इस जानकारी के आधार पर वन विभाग की टीम द्वारा पिंजरा लगाकार उसमें सुगंधित भोजन यचिकिनद्ध रखा गया था। जैसे ही मगरमच्छ आज कुंड से बाहर आया और भोजन की ओर लपकाए टीम ने रेस्क्यू कर लिया। रेस्क्यू टीम सुबह से हर घंटे तलाशी अभियान चला रही थीए इस बीच
बोट के सहारे भी मगरमच्छ की तलाश कराई गयी लेकिन हलचल होने के कारण मगरमच्छ पानी से बाहर नहीं आ रहा था। वहीं निगरानी के लिए 3 पांइटों पर 2.2 वन कर्मियों को तैनात किया गया था।

परियट में छोड़ा गया
श्रीमती अंजना सुचिता तिर्कीए डीएफ ओ ने जानकारी देते हुए बताया कि रेस्क्यू किया हुआ मगरमच्छ एडल्ट है। जिसे पिंजरे के सहारे पकड़करए परियट डेम में छोड़ा जाएगा। वहां रहवास हेतु मगरमच्छ को प्राकृतिक वातावरण मिलेगा।

नाविकों.मछुआरों से पूछताछए सर्चिंग जारी
जानकारों के अनुसार विभाग की टीम द्वारा मगरमच्छ को देखने वाले नाविकोंए मछुआरोंए गाइड आदि से बातचीत की। उनके द्वारा मगरमच्छ को प्रत्यक्ष रूप से देखे जाने की जानकारी वन विभाग को दी गयी थीए उस आधार पर वन विभाग का अमला रेस्क्यू में जुटा था। विभाग को अंदेशा है कि यहां और भी मगरमच्छ हो सकते है। लिहाजा टीम सर्च कर रही है।

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