मुंबई के निर्भया केस पर पुलिस का खुलासा, पैसों के लेनदेन के चक्कर में दिया वारदात को अंजाम

मुंबई के निर्भया केस को लेकर पुलिस ने सोमवार को बड़ा खुलासा किया है। मामले की जांच कर रही साकी नाका पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स के अधिकारियों ने अपनी जांच में पाया है कि पीड़िता और आरोपी एक दूसरे को जानते थे और उनके बीच पैसों को लेकर विवाद था जो कि हत्या में बदल गया।
बता दें कि बीते 9 सितंबर को मुंबई के साकी नाका इलाके के खैरानी रोड पर कथित तौर पर बलात्कार के बाद बेहोश पड़ी मिली 30 वर्षीय महिला की शहर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना को लेकर सोमवार को मुंबई के पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले ने कहा कि साकी नाका पुलिस ने पुलिस ने मामले में एससी-एसटी एक्ट की धाराओं को जोड़ा है क्योंकि पीड़िता अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखती थी।
पुलिस ने हथियार भी किया बरामद
नागराले ने कहा कि पुलिस ने हत्या का वह हथियार भी बरामद कर लिया है जिसे आरोपी मोहन चौहान ने महिला को चाकू मारने के बाद छिपाया था। उन्होंने कहा कि पीड़िता की मौत का मुख्य कारण उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। घटना को लेकर एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि पीड़ित और आरोपी चौहान की घटना से पहले पांच बार मुलाकात हुई थी और उनके बीच कुछ पैसे का लेन-देन हुआ था। हालांकि, पुलिस ने लेन-देन के बारे में विस्तृत रूप से बताने से इनकार कर दिया।
आरोपी ने गुनाह कबूला
पुलिस ने कहा, चौहान ने हत्या की बात कबूल कर ली है और यह भी खुलासा किया है कि वह घटना के बाद कपड़े धोने और कपड़े बदलने के लिए अपने चचेरे भाई के घर गया था। एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने हत्या के समय उसने पहने हुए कपड़े को बरामद कर लिया है। जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
जरूरत पड़ने पर महिलाओं की दी जाएगी मदद
नागराले ने कहा कि कम आबादी वाले इलाकों में रात के समय पुलिस की गश्त को बढ़ाई जाएगी। रात में अकेले यात्रा करने वाली महिलाएं यदि मदद मांगती है तो उन्हें पेट्रोलिंग पार्टी की ओर से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यौन अपराध में शामिल अपराधियों की सूची भी तैयार की जाएगी और रिहाई के बाद में उनकी जांच की जाएगी।