माथा टेककर की सुख शांति की कामना : तिल संकट चतुर्थी पर भगवान सिद्धी विनायक के दर्शनार्थ उमड़ी भीड़, हुई विशेष पूजा-पाठ

नरसिंहपुर यशभारत। ऐतिहासिक व श्री गणेश देवस्थानम् में तिल संकटा चतुर्थी पर भगवान सिद्धि विनायक का विशेष पूजन अर्चन अभिषेक हुआ। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी एक दिवसीय मेला भी आयोजित हुआ। वहीं क्षेत्र सहित दूर-दराज से आने वाले भक्तजनों ने विशेष तौर पर तिल के लड्डूओंं सहित विभिन्न प्रकार के पकवानों का भोग भी भगवान को अर्पण कर भगवान के समक्ष माथा टेका व मुराद मांगी।
मंदिर के व्यवस्थापक पं शैलेष पुरोहित ने बताया कि प्रथम पहर में आचार्य कृष्णकांत उदेनिया व पं. विनोद मिश्रा ने वेद मंत्रों के बीच विनायक सरकार का पावन अभिषेक, आरती व महाप्रसाद वितरण हुआ। सिद्धपीठ के संस्थापक स्व. पं कृष्णकुमार पुरोहित के मार्गदर्शन में उक्त आयोजन तीस वर्षो पहले शुरु किया गया था। जिसका पावन उद्देश्य महर्षि वेद व्यास के सांसारिक सार सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया को लेकर भगवान के भक्तों के भय, रोग, चिन्ता मुक्ति का रहता है। इस अवसर पर धर्मध्वजा भी फहरायी गयी।
मंदिर परिसर में आयोजित मेले में हर वर्ग के लोगों के जमकर खरीददारी की तथा झूलों व चाट पकवानों का आनंद लिया। देर रात तक मेले व मंदिर में नागरिकों का आना-जाना लगा रहा। मेले में पुलिस प्रशासन की बेहतर सुरक्षा व्यवस्था रही। वहीं नगर पालिका प्रशासन ने भी पूर्व में ही साफ-सफाई बिजली व्यवस्था आदि की। वही नचिकेता विद्यापीठ के छात्र-छात्राओं ने भी पूरे दिन व्यवस्था में सहयोग किया। सिद्ध विनायक आरती मंडल के सदस्यों ने सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया है।
आयोजन में किशन गुप्ता, संजय जैन, नीलेश जाट, जय मिश्रा, आशीष सोनकिया, आनंद भारद्वाज, शिवेंद्र शर्मा, बुद्धि प्रसाद विश्वकर्मा, राहुल व रोहित मेहरा, पप्पू पटेल, अन्नीलाल प्रजापति, पवन नेमा, मोहित सराठे, आकाश रजक, सुरेश पटैल, सौरभ नोरिया, हर्षित विश्वकर्मा, संजय व योगराज महोबिया ने समस्त सहयोगियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
दूर-दराज से भी आये श्रद्धालु
श्री गणेश देवस्थानम् में तिल संकटा चतुर्थी के अवसर पर आयोजित मेले में नगर सहित दूर-दराज के ग्रामीण अंचलों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और भगवान श्री गणेश का पूजन-अर्चन कर सुख-समृद्धि की कामना करते हुए यहां आयोजित मेले का जमकर लुत्फ उठाया। वहीं बच्चों ने भी मेले का आनंद उठाया।